Wednesday, 24 May 2017

भीम सेना

#Conspiracy

भाई से भाई को लड़ाने, और हिंदुओं को 2019 से पहले बाँटने की अदभुत साज़िश -

१) सहारनपुर में महाराणा प्रताप सेना बनाने वाला कर्ण सिंह राजपूत सपा का नेता! और भीम सेना बनानेवाला चंद्रशेखर, बसपा का नेता।

२) दुधवा बस्ती, जो मुस्लिम बहुल क्षेत्र जिसमे कभी भी अम्बेडकर शोभा यात्रा दलितों को नही निकालने दिया गया, जिसको इस साल लखनपाल,बीजेपी के नेता के द्वारा दलितों के साथ निकाला जिसमे मुस्लिमों ने दलितों के साथ दंगा
किया, घर जलाया, पत्थरबाजी, आगजनी और गोली चलाई, जिसमे 6 दलित मारे गए, पर भीम सेना के चंद्रशेखर ने दलितों के बीच एक notice घुमाकर सबको शांत रहने के लिए बोला।

३) फिर करण सिंह, सपा के नेता ने इस बार महाराणा प्रताप की जयंती पर जानबूझकर दलितों की बस्ती से जूलूस निकाला, जिसमे दलित राजपूत का दंगा
हुआ... फिर भीम सेना के चंद्रशेखर ने दलितों को एक करके भीम सेना बनाकर राजपूतों के बिरुद्ध जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया।

४) अब कल मायावती ने सहारनपुर जाकर दलितों की रैली की, और रैली से लौटते वक्त इस भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने राजपूतों के घरों पर हमला किया और आग लगाने की कोशिश की, जिसमें राजपूतों की तरफ से जवाबी हमला हुआ और भीम आर्मी के 4 गुंडे गम्भीर रूप से घायल और 1 जान से मारा गया.

और अब मीडिया इसे "बेचारे दलितों" पर हमला बनाकर पेश कर रही है...

PMO India Amit Shah Rajnath Singh जी... समय रहते संभल जाएँ... अंदर ही अंदर बहुत सारे गेम चल रहे हैं... विकास-इकास तो होता रहेगा अपनी रफ़्तार से... पहले देश को तोड़ने वालों को निपटाएं... 2019 में इसी धूर्त और नीच किस्म के "विपक्षी गठबंधन" से मुकाबला है, ध्यान रहे...

===============

Monday, 22 May 2017

दुनिया का सबसे बड़ा दुख

"दुनिया का सबसे बड़ा दुख"


कूलर मे दस बाल्टी पानी डालने के बाद लाइट चली जाये 🤕😨

😂😂😜😜

Mobile codes for imei and more

¶मोबाइल  से  जुडी  कई  ऐसी  बातें  जिनके  बारे  में  हमें  जानकारी  नहीं  होती  लेकिन  मुसीबत  के  वक्त  यह  मददगार  साबित  होती  है ।


         इमरजेंसी नंबर ---

            दुनिया  भर  में  मोबाइल  का  इमरजेंसी  नंबर  112  है । अगर  आप  मोबाइल  की  कवरेज  एरिया  से  बाहर  हैं
 तो  112  नंबर  द्वारा  आप  उस  क्षेत्र  के  नेटवर्क  को  सर्च  कर  लें। ख़ास  बात  यह  है  कि  यह  नंबर  तब  भी  काम  करता  है  जब  आपका  की  पैड  लौक  हो। 


             जान  अभी  बाकी  है---

               मोबाइल  जब  बैटरी  लो  दिखाए  और  उस  दौरान  जरूरी  कॉल  करनी  हो, ऐसे  में  आप  *3370#  डायल  करें । आपका  मोबाइल  फिर  से   चालू  हो  जायेगा और  आपका  सेलफोन  बैटरी  में  50  प्रतिशत  का  इजाफा  दिखायेगा। मोबाइल  का  यह  रिजर्व  दोबारा  चार्ज  हो  जायेगा  जब आप  अगली  बार  मोबाइल  को  हमेशा  की  तरह  चार्ज  करेंगे। 


           मोबाइल  चोरी  होने पर---

              मोबाइल  फोन  चोरी  होने  की स्थिति  में  सबसे  पहले  जरूरत  होती  है,  फोन  को  निष्क्रिय  करने  की  ताकि  चोर  उसका  दुरुपयोग  न  कर  सके । अपने  फोन  के  सीरियल  नंबर  को  चेक  करने  के  लिए  *#06#  दबाएँ । इसे  दबाते  ही  आपकी  स्क्रीन  पर  15  डिजिट  का  कोड  नंबर  आयेगा। इसे  नोट  कर  लें  और  किसी  सुरक्षित  स्थान  पर रखें। जब  आपका  फोन  खो  जाए  उस  दौरान  अपने  सर्विस  प्रोवाइडर  को  ये  कोड  देंगे  तो  वह  आपके  हैण्ड  सेट  को  ब्लोक  कर  देगा।


             कार की चाभी खोने पर ---

             अगर  आपकी  कार  की  रिमोट  की लेस  इंट्री  है। और  गलती  से  आपकी  चाभी  कार  में  बंद  रह  गयी  है। और दूसरी  चाभी  घर  पर  है। तो  आपका  मोबाइल  काम  आ  सकता  है। घर  में  किसी  व्यक्ति  के  मोबाइल  फोन  पर  कॉल  करें। घर  में  बैठे  व्यक्ति  से  कहें  कि  वह  अपने  मोबाइल  को  होल्ड  रखकर  कार  की  चाभी  के  पास  ले जाएँ और  चाभी  के  अनलॉक बटन  को  दबाये। साथ  ही  आप  अपने  मोबाइल  फोन  को  कार  के  दरवाजे  के  पास  रखें....। दरवाजा खुल जायेगा।

है न विचित्र किन्तु सत्य......!!!

अधिक से अधिक शेयर करें।
एंड्राइड मोबाइल यूजर के काम के कोड
1. Phone Information, Usage and Battery – *#*#4636#*#*

2. IMEI Number – *#06#

3. Enter Service Menu On Newer Phones – *#0*#

4. Detailed Camera Information –*#*#34971539#*#*

5. Backup All Media Files –*#*#273282*255*663282*#*#*

6. Wireless LAN Test –*#*#232339#*#*

7. Enable Test Mode for Service –*#*#197328640#*#*

8. Back-light Test – *#*#0842#*#*

9. Test the Touchscreen –*#*#2664#*#*

10. Vibration Test –*#*#0842#*#*

11. FTA Software Version –*#*#1111#*#*


बड़े काम के कोड है इसलिए शेयर करे और दुसरो को भी बताये !

Sunday, 21 May 2017

गणित का सूत्र

एक राजा ने बहुत ही सुंदर ''महल'' बनावाया और महल के मुख्य द्वार पर एक ''गणित का सूत्र'' लिखवाया और एक घोषणा की कि इस सूत्र से यह 'द्वार खुल जाएगा और जो भी इस ''सूत्र'' को ''हल'' कर के ''द्वार'' खोलेगा में उसे अपना उत्तराधीकारी घोषित कर दूंगा।
राज्य के बड़े बड़े गणितज्ञ आये और सूत्र देखकर लोट गए, किसी को कुछ समझ नहीं आया। आख़री दिन आ चुका था उस दिन 3 लोग आये और कहने लगे हम इस सूत्र को हल कर देंगे। उसमे 2 तो दूसरे राज्य के बड़े गणितज्ञ अपने साथ बहुत से पुराने गणित के सूत्रो की पुस्तकों सहित आये। लेकिन एक व्यक्ति जो ''साधक'' की तरह नजर आ रहा था सीधा साधा कुछ भी साथ नहीं लाया था। उसने कहा मै यहां बैठा हूँ पहले इन्हें मौक़ा दिया जाए। दोनों गहराई से सूत्र हल करने में लग गए लेकिन द्वार नहीं खोल पाये और अपनी हार मान ली। अंत में उस साधक को बुलाया गया और कहा कि आपका सूत्र हल करिये समय शुरू हो चुका है। साधक ने आँख खोली और सहज मुस्कान के साथ 'द्वार' की ओर गया। साधक ने धीरे से द्वार को धकेला और यह क्या? द्वार खुल गया, राजा ने साधक से पूछा - आप ने ऐसा क्या किया? साधक ने बताया जब में 'ध्यान' में बैठा तो सबसे पहले अंतर्मन से आवाज आई, कि पहले ये जाँच तो कर ले कि सूत्र है भी या नहीं। इसके बाद इसे हल ''करने की सोचना'' और मैंने वही किया! कई बार जिंदगी में कोई ''समस्या'' होती ही नहीं और हम ''विचारो'' में उसे बड़ा बना लेते हैं।
हर समस्या का उचित इलाज आपकी ''आत्मा'' की आवाज है!

Kulbhushan Jadhav want Freedom

I am eagerly waiting for a candle light march from JNU students union in support of Kulbhushan Jadhav who has got stuck in lawless Pakistan.

I am also expecting Kanhaiya Kumar to come out and shout slogan for "Azadi" of Kulbhushan Jadhav.

I AM also waiting for all those politicians and journalists who were in the forefront not so long ago...

Also waiting for the greatest political pimps like Kejrival, shasi and prashant bhushan, Garibon ka case free me लड़ने वाला Jethmalani. 

The list is long from Kanhaiya at one end to Barkha dutt at another.

आज वो आजादी-आजादी चिल्लाने वाले भाड़े के छात्र नज़र नहीं आ रहे जब एक बेकसूर को सच में आजादी दिलानी है तो...😠 #कुलभूषण_की_फाँसी_रोको

👉👉 अभी में बैठा बैठा सर्च कर रहा था कि पाकिस्तान में भी कोई प्रशांत भूषण, केजरीवाल हैं क्या जो कुलभूषण जाधव के लिए रात के 3 बजे पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट खुलवा दें...

रिज़ल्ट आया "नहीं भाई ऐसे हरामखोर और राष्ट्र द्रोही सिर्फ भारत में ही रहते है.......

क्यों न उन 21 वकील को उठाकर लाहौर फेंक दिया जाए जो कसाब के लिए आधी रात को 2:00 बजे सुप्रीम कोर्ट खुलवाने गए थे ताकि वो कुलभूषण का केस लड़ सके और मानवता को बचा सके। 😡😡

कहाँ गया तुम्हारा फवाद
कहाँ गया राहत फ़तेह अली खान
कहाँ गयी अमन की आशा
क्या उन सफ़ेद कबूतरों के टिक्के बना के खा लिए तुमने..

याकूब मेनन की सज़ा रोकने के लिए दया याचिका में हस्ताक्षर करने वाले उन देशद्रोही_कुत्तों को बता दूँ, पाकिस्तान में कुलभूषण के लिए किसी ने दया याचिका दायर नहीं की है...😠

और कहाँ गयी वो लड़की जो कहती थी कि "pakistan did not kill my dad, the war did"

अजीब है। अब कोई नहीं बोलेगा...
ज़ावेद अख्तर भी चुप है अब तो...

Pl. circulate if you agree with us.

Saturday, 20 May 2017

कट्टरपंथी

किसी फोटो में पत्नी के *दायें और बाएं* खड़ी उसकी दो *सुंदर सहेलियों* में से आप जिसे ज्यादा देखते हैं।

उससे आपकी *विचारधारा* स्पष्ट होती है...कि आप *दक्षिणपंथी* हैं या *वामपंथी।*

लेकिन यदि आप दोनों *सुन्दर सहेलियों* को अनदेखा कर , सिर्फ अपनी *पत्नी* को देखते हैं तो आप ...

*"कट्टरपंथी"* हैं :

"😝""😝""😂""😂"

हर सफल आदमी के पीछे एक औरत होती है

अब तसल्ली है !!!

PM भी सिंगल..
CM भी सिंगल..
TATA भी सिंगल..
Salman,yogi,
और तो और 
बाबा रामदेव भी सिंगल !!

निगाहें अब उस हरामखोर को ढूँढ रही है, जिसने कहा था :-

*'हर सफल आदमी के पीछे एक औरत होती है'*

😂 उस बेवकुफ के चक्कर  मे हमने शादी कर ली,,,,,😆😆😆

Medical knowledge

*हृदयाघात तथा गर्म पानी पीना*

यह भोजन के बाद गर्म पानी पीने के बारे में ही नहीं हृदयाघात के बारे में भी एक अच्छा लेख है। चीनी और जापानी अपने भोजन के बाद गर्म चाय पीते हैं, ठंडा पानी नहीं। अब हमें भी उनकी यह आदत अपना लेनी चाहिए। जो लोग भोजन के बाद ठंडा पानी पीना पसन्द करते हैं यह लेख उनके लिए ही है। 

भोजन के साथ कोई ठंडा पेय या पानी पीना बहुत हानिकारक है क्योंकि ठंडा पानी आपके भोजन के तैलीय पदार्थों को जो आपने अभी अभी खाये हैं ठोस रूप में बदल देता है। इससे पाचन बहुत धीमा हो जाता है। जब यह अम्ल के साथ क्रिया करता है तो यह टूट जाता है और जल्दी ही यह ठोस भोजन से भी अधिक तेज़ी से आँतों द्वारा सोख लिया जाता है। यह आँतों में एकत्र हो जाता है। फिर जल्दी ही यह चरबी में बदल जाता है और कैंसर के पैदा होने का कारण बनता है। 

इसलिए सबसे अच्छा यह है कि भोजन के बाद गर्म सूप या गुनगुना पानी पिया जाये। एक गिलास गुनगुना पानी सोने से ठीक पहले भी पीना चाहिए। इससे खून के थक्के नहीं बनेंगे और आप हृदयाघात से बचे रहेंगे। 

एक हृदय रोग विशेषज्ञ का कहना है कि यदि इस संदेश को पढ़ने वाला प्रत्येक व्यक्ति इसे १० लोगों को भेज दे, तो वह कम से कम एक जान बचा सकता है। 

*Dr. Naresh Trahan*
(HEART SPECIALIST)
Medanta Hospital 
Gurgaon HR

Forwarded Massage....

How to make heart healthy

*हृदयाघात तथा गर्म पानी पीना*

यह भोजन के बाद गर्म पानी पीने के बारे में ही नहीं हृदयाघात के बारे में भी एक अच्छा लेख है। चीनी और जापानी अपने भोजन के बाद गर्म चाय पीते हैं, ठंडा पानी नहीं। अब हमें भी उनकी यह आदत अपना लेनी चाहिए। जो लोग भोजन के बाद ठंडा पानी पीना पसन्द करते हैं यह लेख उनके लिए ही है। 

भोजन के साथ कोई ठंडा पेय या पानी पीना बहुत हानिकारक है क्योंकि ठंडा पानी आपके भोजन के तैलीय पदार्थों को जो आपने अभी अभी खाये हैं ठोस रूप में बदल देता है। इससे पाचन बहुत धीमा हो जाता है। जब यह अम्ल के साथ क्रिया करता है तो यह टूट जाता है और जल्दी ही यह ठोस भोजन से भी अधिक तेज़ी से आँतों द्वारा सोख लिया जाता है। यह आँतों में एकत्र हो जाता है। फिर जल्दी ही यह चरबी में बदल जाता है और कैंसर के पैदा होने का कारण बनता है। 

इसलिए सबसे अच्छा यह है कि भोजन के बाद गर्म सूप या गुनगुना पानी पिया जाये। एक गिलास गुनगुना पानी सोने से ठीक पहले भी पीना चाहिए। इससे खून के थक्के नहीं बनेंगे और आप हृदयाघात से बचे रहेंगे। 

एक हृदय रोग विशेषज्ञ का कहना है कि यदि इस संदेश को पढ़ने वाला प्रत्येक व्यक्ति इसे १० लोगों को भेज दे, तो वह कम से कम एक जान बचा सकता है। 

*Dr. Naresh Trahan*
(HEART SPECIALIST)
Medanta Hospital 
Gurgaon HR

Forwarded Massage....

Friday, 19 May 2017

Indian mythology about Earth

कैसे आएगा प्रलय और होगा महाविनाश, ऐसे पता चल जाएंगे सही समय और लक्षण

Indian mythology
ऋग्वेद (नारदीयसूक्त) 10-129 में कहा गया है सृष्टि के आदिकाल में न सत्य था न असत्य न वायु थी न आकाश, न मौत थी और न अमरता, न रात थी न दिन, उस समय केवल वही एक था जो वायुरहित स्थिति में भी अपनी शक्ति से सांस ले रहा था। उसके अतिरिक्त कुछ नहीं था।
प्रलय क्या है
प्रलय का अर्थ होता है संसार का अपने मूल में हमेशा के लीन हो जाना। प्रकृति का ब्रह्म में लीन हो जाना ही प्रलय है। यह संपूर्ण ब्रह्मांड की प्रकृति कही गई है। जिस तरह पेड़, पौधे, प्राणी, मनुष्य, पितृ और देवताओं की उम्र निश्चित है, उसी तरह ब्रह्मांड की भी आयु है। इस धरती, सूर्य, चंद्र सभी की उम्र है। जब महाप्रलय होता है तो सारा ब्रह्मांड वायु की शक्ति से एक ही जगह खिंचाकर एकत्रित होकर नष्ट हो जाता है। सिर्फ ईश्वर ही विद्यमान रह जाते हैं। न ग्रह होते हैं, न नक्षत्र, न अग्नि, न जल, न वायु, न आकाश और न जीवन। फिर अनंत काल के बाद से नई सृष्टी आरभ हो जाती है।

आगेे पढ़ें- प्रलय से जुड़ी कुछ और रोचक बातें...


Indian mythology
पुराणों के अनुसार
पुराणों अनुसार हर वस्तु और व्यक्ति की सांसे निश्चित है। जब तक सांस चलेगी तब तक ही कोई वस्तु या व्यक्ति जिंदा रहेगा। वेद अनुसार जिंदा व्यक्ति ही नहीं बल्कि पूरा ब्रह्मांड सांस ले रहा है। सांसों से ही शरीर चल रहा है। छः सांस से एक विनाड़ी बनती है। साठ सांसों से एक नाड़ी बनती है साठ नाड़ियों से एक दिवस (दिन और रात्रि) बनते हैं। तीस दिवसों से एक महीना बनता है। एक नागरिक (सावन) मास सूर्योदयों की संख्याओं के बराबर होता है। एक चंद्र मास, उतनी चंद्र तिथियों से बनता है। एक सौर मास सूर्य के राशि में प्रवेश से निश्चित होता है। यानी सारी गतिविधियां सांसों से बनी है।



Indian mythology
कैसे होती है उत्पति और विनाश
गर्भकाल - गर्भकाल करोड़ों वर्ष पहले पूरी धरती जल में डूबी हुई थी। जल में ही तरह-तरह की वनस्पतियों का जन्म हुआ और फिर वनस्पतियों की तरह ही एक कोशीय बिंदु रूप जीवों की उत्पत्ति हुई, जो न नर थे और न मादा।
शैशव काल - फिर पूरी धरती जब जल में डूबी हुई थी तब जल अंदर अंडज, सरीसृप ,केवल मुख और पक्षी जैसे जीव पैदा हुए।
कुमार काल - इसके बाद कीटभक्षी, हाथ, पैर, नाक कान व हाथ पैर वाले युक्त जीवों की उत्पत्ति हुई। इनमें मानव रूप वानर, वामन, मानव आदि भी थे।
युवा काल - फिर कृषि, गाय पालने वाले, शासन करने वाले समाज संगठन की प्रक्रिया हजारों वर्षों तक चलती रही।
किशोर काल - इसके बाद भ्रमणशील, आखेटक, वन्य संपदाभक्षी, गुफा में रहने वाले, जिज्ञासु अल्पबुद्धि प्राणियों का विकास हुआ।
प्रौढ़ काल - वर्तमान में प्रौढ़ावस्था का काल चल रहा है, जो लगभग विक्रम संवत २०४२ से पहले शुरू हुआ माना जाता है। इस काल में अतिविलासी, दयाहीन, चरित्रहीन, लोलुप, मशीनों के अधीन रहने वाले लोग होंगे जो प्रकृति को नुकसान पहुंचाएंगे ।
जीर्ण काल - आने वाले समय में अन्न, जल, वायु, ताप सबका अभाव होगा और धरती पर जीवों का विनाश होगा।
उपराम काल - इसके बाद करोड़ों वर्षों आगे तक ऋतु अनियमित, सूर्य, चन्द्र, मेघ सभी विलुप्त होंगे। भूमि पर आग ही आग हो जाएगी। अकाल और प्रकृति प्रकोप के बाद ब्रह्मांड में प्रलय होगा।


Indian mythology
कब होगा सृष्टि में प्रलय

सूर्य सिद्धांत के अनुसार समय का सबसे छोटा मापन तृसरेणु होता है। उससे बड़ा त्रुटि। उससे बड़ा वेध। उससे बड़ा लावा। उससे बड़ा निमेष। उससे बड़ा क्षण। उससे बड़ा काष्ठा। उससे बड़ा लघु। उससे बड़ा दण्ड। उससे बड़ा मुहूर्त। उससे बड़ा याम। उससे बड़ा प्रहर। प्रहर से बड़ा दिवस। दिवस से बड़ा अहोरात्रम। उससे बड़ा पक्ष (कृष्ण पक्ष, शुक्ल पक्ष)। पक्ष से बड़ा मास। दो मास मिलकर एक ऋतु। ऋतु से बड़ा अयन। अयन से बड़ा वर्ष। वर्ष से बड़ा दिव्य वर्ष (देवताओं का वर्ष)। उससे बड़ा युग। चार युग मिलाकर महायुग। महायुग से बढ़ा मन्वन्तर। उससे भी बढ़ा कल्प और सबसे बड़ा ब्रह्मा का दिन और आयु। प्रत्येक कल्प के अंत में एक प्रलय होता है, यानी चार युगों के चक्रांत में धरती पर से जीवन समाप्त हो जाता है। एक कल्प को चार अरब बत्तीस करोड़ मानव वर्षों के बराबर का माना गया है। यह ब्रह्मा के एक दिन के बराबर है। चार अरब वर्ष पूर्व जीवन की उत्पत्ति मानी गई है। दो कल्पों को मिलाकर ब्रह्मा की एक दिन और रात्रि मानी गई है। यानी 259,200,000,000 वर्ष। ब्रह्मा के बारह मास से उनका एक वर्ष बनता है और सौ वर्ष ब्रह्मा की आयु होती है

Ransomware hack attack

Ransomware hackers entered Dr. Batra's website.

Now the hackers are busy deleting their own emails that they are getting from Dr. Batra. 😂😂😂😂😂

#ransomware

Royal stag bottle

मैंने मोटरसाइकिल से अपने घर जाते समय एक रॉयल स्टैग की बोतल खरीदी, 

मोटरसाइकिल स्टार्ट की और घर की ओर चल पड़ा। 
फिर मेरा दिमाग काम किया, 

सोचा....🤔

अगर कहीं रास्ते में गिर गया तो...
बोतल टूट जायेगी और पूरी बोतल गटक ली.....😋🍷🍾

मेरा निर्णय बिलकुल सही था, 






मैं रास्ते में सात बार गिरा......😎
😃😃😃😃😃😛😛😛😂😂😂

जादव के मामले में ICJ के फैसले के बाद पाकिस्तान में भयंकर कोहराम मच गया है

जादव के मामले में ICJ के फैसले के बाद पाकिस्तान में भयंकर कोहराम मच गया है:-
1..सेना प्रमुख ने कहा है कि हर मामले में पाक सेना को बदनाम न किया जाय।

2.टीवी पर समीक्षक कह रहे है कि भारत ने यह केश मात्र  ₹1  में जीता जबकि पाकिस्तानी वकील ने  5 लाख ब्रिटिश पौंड लिए और हम हार गए। भारत की बहुत बड़ी कूटनीतिक और राजनितिक जीत हो गई। पाक वकील ने हमे कंही का नही छोड़ा।

3.. एंकर कह रहा है कि अभी तो आगे करोड़ो पौंड और ख़र्चा होगा। जबकि देश पर वर्ल्ड बैंक और IMF का  $74 बिलियन डालर कर्ज पहले से ही है।

4..एक समीक्षक बोल बैठा कि चीन ने CPEC के नाम पर हम पर $98 बिलियन डालर का कर्जा और चढ़ा दिया। जिसमे $27 बिलियन डालर तो बांध बनाने का है।  जब तक बांध बनेगा तब तक मोदी सारे पानी का रूख भारत की ओर मोड़ देगा।

5..एक तीसरा समीक्षक कह रहा है कि अब तो हम दलदल में फस गए। निकलना मुश्किल।

Wednesday, 17 May 2017

Ransomware virus

*SBI destroys Ransomware virus* 

Ransomware virus tried to enter into computer system of SBI. It could not succeed as someone told it, *lunch ke baad aana"* It came back after lunch time but got stuck again as someone said,  *yahan nahi 14 no. counter per jaeye* 
Tried third time nd listened  *peeche account number aur mobile number daalo* 

Finally 4th time .... *aaj time khatam, ab kal aana*

Girls knowledge

If Girls are pilot (Just for fun)

Girl : Hello control tower, this is flight 365 we have a problem.
Control Tower : Kya problm hai boliye

Girl : Kuch Nai
Control Tower : Please bataiye problem

Girl : Nai rehne dijiye
Control Tower : Please bataiyye

Girl : Nothing im fine, aap nai samaj sakte.
Control Tower : Arre boliye kya problm hai

Girl : Bye block kardo mujhe.
Control Tower : Arre diwaani 200 Passengers hai uss plane me.
😂😂😂

Not over yet...

Girl : Haa meri toh koi parwa hi nai. Unn 200 ki hai parwa bas. Mujhe nai krni baat...
😂😂

Monday, 15 May 2017

Whay we celebrate mother's day

विदेशो में एक महिला 2 या तीन शादी करती है और पुरुष भी।
इसलिए उनकी संताने 14 पंद्रह साल के होने के बाद अलग रहने लगते है।
और उनके जैविक माता पिता अपनी अपनी अलग अलग जिंदगी जीते है।
इसलिए बच्चे साल में एक बार अपने माता या पिता से मिलने जाते है।
लेकिन उनके माता पिता तो साथ रहते नहीं है।
इसलिए माता को मिलने का अलग दिन निर्धरित किया है और उसी तरह पिता से मिलने का अलग दिन।
जो मदर्स डे और फादर्स डे के नाम से जाने जाते है।
भारत में हम बच्चे अपने माता और पिता के साथ ही रहते है और वो दोनों भी पूरी जिंदगी अपने बच्चों के साथ रहते है।
इसलिये यहाँ हर दिन माता पिता का है।

उन्हें साल के एक दिन की जरुरत नहीं है।
माँ को याद करने के लिए किसी "मदर डे" की जरुरत नहीं , हिन्दू धर्म में तो माँ के कदमो में ही स्वर्ग बताया गया है।
यह मदर डे के चोचले तो उनके लिए है जो साल में एक बार अपनी माँ को याद करने का बहाना ढूंढते है , हमारी संस्कृति में सुबह घर से निकलते वक्त पहले माँ के पाँव छूने की परम्परा है।
🙏🙏🙏

मैंने गांधी को क्यों मारा

Supreme Court से अनुमति मिलने पर प्रकाशित की गयी है....
60 साल तक भारत में प्रतिबंधित रहा नाथूराम का अंतिम भाषण -
*"मैंने गांधी को क्यों मारा"*
 

👉 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोड़से ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी लेकिन नाथूराम गोड़से घटना स्थल से फरार नही हुआ बल्कि उसने आत्मसमर्पण कर दिया l
नाथूराम गोड़से समेत 17 अभियुक्तों पर गांधी जी की हत्या का मुकदमा चलाया गया l इस मुकदमे की सुनवाई के दरम्यान न्यायमूर्ति खोसला से नाथूराम ने अपना वक्तव्य स्वयं पढ़ कर जनता को सुनाने की अनुमति माँगी थी जिसे न्यायमूर्ति ने स्वीकार कर लिया था पर यह Court परिसर तक ही सिमित रह गयी क्योकि सरकार ने नाथूराम के इस वक्तव्य पर प्रतिबन्ध लगा दिया था लेकिन नाथूराम के छोटे भाई और गांधी जी की हत्या के सह-अभियोगी गोपाल गोड़से ने 60 साल की लम्बी कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद सुप्रीम कोर्ट में विजय प्राप्त की और नाथूराम का वक्तव्य प्रकाशित किया गया l
*"मैंने गांधी को क्यों मारा"*
Presented by Gaurav Katiyar ~

नाथूराम गोड़से ने गांधी हत्या के पक्ष में अपनी 150 दलीलें न्यायलय के समक्ष प्रस्तुति की ll

"नाथूराम गोड़से के वक्तव्य के कुछ मुख्य अंश"

🔸1. नाथूराम का विचार था कि गांधी जी की अहिंसा हिन्दुओं को कायर बना देगी | कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी को मुसलमानों ने निर्दयता से मार दिया था महात्मा गांधी सभी हिन्दुओं से गणेश शंकर विद्यार्थी की तरह अहिंसा के मार्ग पर चलकर बलिदान करने की बात करते थे | नाथूराम गोड़से को भय था गांधी जी की ये अहिंसा वाली नीति हिन्दुओं को कमजोर बना देगी और वो अपना अधिकार कभी प्राप्त नहीं कर पायेंगे l

Source
🔸2. 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग़ गोलीकांड के बाद से पुरे देश में ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ आक्रोश उफ़ान पे था | 
भारतीय जनता इस नरसंहार के खलनायक जनरल डायर पर अभियोग चलाने की मंशा लेकर गांधी जी के पास गयी लेकिन गांधी जी ने भारतवासियों के इस आग्रह को समर्थन देने से साफ़ मना कर दिया l

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🔸3. महात्मा गांधी ने खिलाफ़त आन्दोलन का समर्थन करके भारतीय राजनीति में साम्प्रदायिकता का जहर घोल दिया | महात्मा गांधी खुद को मुसलमानों का हितैषी की तरह पेश करते थे वो केरल के मोपला मुसलमानों द्वारा वहाँ के 1500 हिन्दूओं को मारने और 2000 से अधिक हिन्दुओं को मुसलमान बनाये जाने की घटना का विरोध तक नहीं कर सके l

Source
🔸4. कांग्रेस के त्रिपुरा अधिवेशन में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को बहुमत से काँग्रेस अध्यक्ष चुन लिया गया किन्तु गांधी जी ने अपने प्रिय सीतारमय्या का समर्थन कर रहे थे | गांधी जी ने सुभाष चन्द्र बोस से जोर जबरदस्ती करके इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर कर दिया |

Source
🔸5. 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दे दी गयी | पूरा देश इन वीर बालकों की फांसी को टालने के लिए महात्मा गांधी से प्रार्थना कर रहा था लेकिन गांधी जी ने भगत सिंह की हिंसा को अनुचित ठहराते हुए देशवासियों की इस उचित माँग को अस्वीकार कर दिया l

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🔸6. गांधी जी कश्मीर के हिन्दू राजा हरि सिंह से कहा कि कश्मीर मुस्लिम बहुल क्षेत्र है अत: वहां का शासक कोई मुसलमान होना चाहिए | अतएव राजा हरिसिंह को शासन छोड़ कर काशी जाकर प्रायश्चित करने | जबकि  हैदराबाद के निज़ाम के शासन का गांधी जी ने समर्थन किया था जबकि हैदराबाद हिन्दू बहुल क्षेत्र था | गांधी जी की नीतियाँ धर्म के साथ, बदलती रहती थी | उनकी मृत्यु के पश्चात सरदार पटेल ने सशक्त बलों के सहयोग से हैदराबाद को भारत में मिलाने का कार्य किया | गांधी जी के रहते ऐसा करना संभव नहीं होता |


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🔸7. पाकिस्तान में हो रहे भीषण रक्तपात से किसी तरह से अपनी जान बचाकर भारत आने वाले विस्थापित हिन्दुओं ने दिल्ली की खाली मस्जिदों में जब अस्थाई शरण ली | मुसलमानों ने मस्जिद में रहने वाले हिन्दुओं का विरोध किया जिसके आगे गांधी नतमस्तक हो गये और गांधी ने उन विस्थापित हिन्दुओं को जिनमें वृद्ध, स्त्रियाँ व बालक अधिक थे मस्जिदों से खदेड़ बाहर ठिठुरते शीत में रात बिताने पर मजबूर किया गया l

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🔸8. महात्मा गांधी ने दिल्ली स्थित मंदिर में अपनी प्रार्थना सभा के दौरान नमाज पढ़ी जिसका मंदिर के पुजारी से लेकर तमाम हिन्दुओं ने विरोध किया लेकिन गांधी जी ने इस विरोध को दरकिनार कर दिया | लेकिन महात्मा गांधी एक बार भी किसी मस्जिद में जाकर गीता का पाठ नहीं कर सके |

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🔸9. लाहौर कांग्रेस में वल्लभभाई पटेल का बहुमत से विजय प्राप्त हुयी किन्तु गान्धी अपनी जिद के कारण यह पद जवाहरलाल नेहरु को दिया गया | गांधी जी अपनी मांग को मनवाने के लिए अनशन-धरना-रूठना किसी से बात न करने जैसी युक्तियों को अपनाकर अपना काम निकलवाने में माहिर थे | इसके लिए वो नीति-अनीति का लेशमात्र विचार भी नहीं करते थे |

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🔸10. 14 जून 1947 को दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की बैठक में भारत विभाजन का प्रस्ताव अस्वीकृत होने वाला था, लेकिन गांधी जी ने वहाँ पहुँच कर प्रस्ताव का समर्थन करवाया। यह भी तब जबकि गांधी जी ने  स्वयं ही यह कहा था कि देश का विभाजन उनकी लाश पर होगा। न सिर्फ देश का विभाजन हुआ बल्कि लाखों निर्दोष लोगों का कत्लेआम भी हुआ लेकिन गांधी जी ने कुछ नहीं किया |

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🔸11. धर्म-निरपेक्षता के नाम पर मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति के जन्मदाता महात्मा गाँधी ही थे | जब मुसलमानों ने हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाये जाने का विरोध किया तो महात्मा गांधी ने सहर्ष ही इसे स्वीकार कर लिया और हिंदी की जगह हिन्दुस्तानी (हिंदी + उर्दू की खिचड़ी) को बढ़ावा देने लगे | बादशाह राम और बेगम सीता जैसे शब्दों का चलन शुरू हुआ |

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🔸12. कुछ एक मुसलमान द्वारा वंदेमातरम् गाने का विरोध करने पर महात्मा गांधी झुक गये और इस पावन गीत को भारत का राष्ट्र गान नहीं बनने दिया |

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🔸13. गांधी जी ने अनेक अवसरों पर शिवाजी, महाराणा प्रताप व गुरू गोबिन्द सिंह को पथभ्रष्ट देशभक्त कहा। वही दूसरी ओर गांधी जी मोहम्मद अली जिन्ना को क़ायदे-आजम कहकर पुकारते थे |

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🔸14. कांग्रेस ने 1931 में स्वतंत्र भारत के राष्ट्र ध्वज बनाने के लिए एक समिति का गठन किया था इस समिति ने सर्वसम्मति से चरखा अंकित भगवा वस्त्र को भारत का राष्ट्र ध्वज के डिजाइन को मान्यता दी किन्तु गांधी जी की जिद के कारण उसे बदल कर तिरंगा कर दिया गया l

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🔸15. जब सरदार वल्लभ भाई पटेल के नेतृत्व में सोमनाथ मन्दिर का सरकारी व्यय पर पुनर्निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया तब गांधी जी जो कि मन्त्रीमण्डल के सदस्य भी नहीं थे ने सोमनाथ मन्दिर पर सरकारी व्यय के प्रस्ताव को निरस्त करवाया और 13 जनवरी 1948 को आमरण अनशन के माध्यम से सरकार पर दिल्ली की मस्जिदों का सरकारी खर्चे से पुनर्निर्माण कराने के लिए दबाव डाला l

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🔸16. भारत को स्वतंत्रता के बाद पाकिस्तान को एक समझौते के तहत 75 करोड़ रूपये देने थे भारत ने 20 करोड़ रूपये दे भी दिए थे लेकिन इसी बीच 22 अक्टूबर 1947 को पाकिस्तान ने कश्मीर पर आक्रमण कर दिया | केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल ने आक्रमण से क्षुब्ध होकर 55 करोड़ की राशि न देने का निर्णय लिया | जिसका महात्मा गांधी ने विरोध किया और आमरण अनशन शुरू कर दिया जिसके परिणामस्वरूप 55 करोड़ की राशि भारत ने पाकिस्तान दे दी ।
महात्मा गांधी भारत के नहीं अपितु पाकिस्तान के राष्ट्रपिता थे जो हर कदम पर पाकिस्तान के पक्ष में खड़े रहे, फिर चाहे पाकिस्तान की मांग जायज हो या नाजायज | गांधी जी ने कदाचित इसकी परवाह नहीं की |

👉उपरोक्त घटनाओं को देशविरोधी मानते हुए नाथूराम गोड़से ने महात्मा गांधी की हत्या को न्यायोचित ठहराने का प्रयास किया | 
नाथूराम ने न्यायालय में स्वीकार किया कि माहात्मा गांधी बहुत बड़े देशभक्त थे उन्होंने निस्वार्थ भाव से देश सेवा की | 
मैं उनका बहुत आदर करता हूँ लेकिन किसी भी देशभक्त को देश के टुकड़े करने के, एक समप्रदाय के साथ पक्षपात करने की अनुमति नहीं दे सकता हूँ | गांधी जी की हत्या के सिवा मेरे पास कोई दूसरा उपाय नहीं था ll

नाथूराम गोड़से ......
द्वारा अदालत में दिए बयान के मुख्य अंश.....

मैने गांधी को नहीं मारा
मैने गांधी का *वध* किया है
गांधी वध..

वो मेरे दुश्मन नहीं थे परन्तु उनके निर्णय राष्ट्र के लिए घातक साबित हो रहे थे..

जब व्यक्ति के पास कोई रास्ता न बचे तब वह मज़बूरी में सही कार्य के लिए गलत रास्ता अपनाता है..

मुस्लिम लीग और पाकिस्तान निर्माण की गलत निति के प्रति गांधीजी की सकारात्मक प्रतिक्रिया ने ही मुझे मजबूर किया..

पाकिस्तान को 55 करोड़ का भुकतान करने की गैरवाजिब मांग को लेकर गांधी जी अनशन पर बैठे..

बटवारे में पाकिस्तान से आ रहे हिन्दुओ की आपबीती और दूरदशा ने मुझे हिला के रख दिया था..

अखंड हिन्दू राष्ट्र 
गांधी जी के कारण मुस्लिम लीग के आगे घुटने  टेक रहा था..

बेटो के सामने माँ का खंडित होकर टुकड़ो में बटना 
विभाजित होना असहनीय था..

अपनी ही धरती पर हम परदेशी बन गए थे..

मुस्लिम लीग की सारी गलत मांगो को गांधी जी मानते जा रहे थे..

मैने ये निर्णय किया के भारत माँ को अब और विखंडित और दयनीय स्थिति में नहीं होने देना है तो मुझे गांधी को मारना ही होगा..
और 
मैने इसलिए गांधी को मारा...!!

मुझे पता है इसके लिए मुझे फ़ासी होगी
में इसके लिए भी तैयार हूं...

और हां यदि मातृभूमि की रक्षा करना अपराध हे तो मै यह अपराध बार बार करूँगा
हर बार करूँगा ...

और 
जब तक सिन्ध नदी पुनः अखंड हिन्द में न बहने लगे तब तक मेरी अस्थियो का विसर्जन नहीं करना !!

मुझे फ़ासी देते वक्त मेरे एक हाथ में केसरिया  ध्वज
और दूसरे हाथ में अखंड भारत का नक्शा हो !!

मै फ़ासी चढ़ते वक्त अखंड भारत की जय जय बोलना चाहूँगा !!

हे भारत माँ 
मुझे दुःख हे मै तेरी इतनी ही सेवा कर पाया ..

- नाथूराम गोडसे..

कृपया शेयर जरूर करें ताकि जानकारी सब तक 
पहुँचे ll

🍁 जय माँ  🍁

Saturday, 13 May 2017

Legend history of India

🚩
*क्या किसी हिन्दू को हेमू याद है ?*

आपको इतिहास की किताबों ने ये तो बताया होगा कि हुमायूँ के बाद शेरशाह सूरी दिल्ली की गद्दी पर काबिज हुआ, इन्हीं किताबों में आपने ये भी पढ़ा होगा कि हुमायूं ने किसी मल्लाह या भिस्ती को एक दिन के लिये राज सौंपा था जिसने चमड़े के सिक्के चलाये थे, उन्हीं किताबों में आपने शायद ये भी पढ़ा हो कि पृथ्वीराज चौहान दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाले अंतिम हिन्दू राजा थे पर इतिहास की किसी किताब ने आपको ये नहीं बताया होगा कि शेरशाह सूरी और अकबर के बीच दिल्ली की गद्दी पर पूरे वैदिक रीति से राज्याभिषेक करवाते हुए एक हिन्दू सम्राट भी राज्यासीन हुए थे जिन्होंने 350 साल के इस्लामी शासन को उखाड़ फेंका था, इन किताबों ने आपको नहीं बताया होगा कि दिल्ली की गद्दी पर बैठने के बाद मध्यकालीन भारत के इस अंतिम हिन्दू सम्राट ने "विक्रमादित्य" की उपाधि धारण की थी, अपने नाम के सिक्के चलवाये थे और गोहत्यारे के लिये मृत्युदंड की घोषणा की थी, इन्होंनें आपको ये भी नहीं बताया होगा कि इस पराक्रमी शासक ने अपने जीवन में 24 युद्ध का नेतृत्व करते हुए 22 में विजय पाई थी।
जाहिर है उस सम्राट के बारे में न तो हमें इतिहास की किताबों ने बताया और न ही हमारे इतिहास के शिक्षकों ने हमें पढ़ाया तो फिर कुछ पता हो भी तो कैसे हो?

➡🚩एक गरीब ब्राह्मण पुरोहित के घर में एक पुत्र पैदा हुआ था जो अपनी योग्यता और लगन से 1553 में सूरी सल्तनत के मुख्य सेनापति से लेकर प्रधानमंत्री के ओहदे तक पहुँच गये थे, 1555 ईस्वी में जब मुगल सम्राट हूमायूं की मृत्यु हुई थी उस समय वो बंगाल में थे और वहीं से वो मुगलों को भारत भूमि से खदेड़ने के इरादे से सेना लेकर दिल्ली चल पड़े और मुगलों को धूल चटाते हुए 7 अक्टूबर 1556 को दिल्ली के सिंहासन पर विराजमान हुये। दिल्ली के पुराने किले ने सैकड़ों साल बाद पूर्ण वैदिक रीति से एक हिन्दू सम्राट का राज्याभिषेक होते देखा, हेमू ने राज्याभिषेक के बाद अजातशत्रु सम्राट *विक्रमादित्य के नाम पर 'हेमचंद विक्रमादित्य' की उपाधि धारण की,* उनके सिंहासनरूढ़ होने के एक महीने बाद ही अकबर ने एक बड़ी भारी सेना उनके खिलाफ भेजी, महान पराक्रमी हेमू ने पानीपत के इस दूसरे युद्ध में अकबर की सेना में कोहराम मचा दिया पर धोखे से किसी ने उनकी दायीं आँख में तीर मार दिया जिससे युद्ध का पासा पलट गया और हेमू हार गये, 5 नवंबर 1556 का दिन भारत के लिये दुर्भाग्य लेकर आया, अकबर के जालिम सलाहकार बैरम खान ने इस अंतिम हिन्दू सम्राट को कलमा पढ़ने को कहा और उनके इंकार के बाद उनका सर कलम करवा दिया, कहा जाता है कि पानीपत की दूसरी लड़ाई के बाद जब अकबर ने घायल हेमू के सर कलम का आदेश दिया था तब हेमू के पराक्रम से परिचित उसके किसी भी सैनिक में ये हिम्मत नहीं थी कि वो हेमू का सर काट सके, इन बुजदिलों ने हेमू की बर्बर हत्या करने के बाद उनके 80 वर्षीय पिता पूरनदास पर भी इस्लाम कबूलने का दबाब डाला और इंकार करने पर उनकी भी हत्या करवा दी।
*अगर पानीपत के द्वितीय युद्ध में छल से प्रतापी सम्राट हेमू नहीं मारे जाते तो आज भारत का इतिहास कुछ और होता 🌜मगर हमारी बदनसीबी है कि हमें अपने इतिहास का न तो कुछ पता है न ही उसके बारे में कुछ जानने में कोई दिलचस्पी है इसलिये कोई इरफ़ान हबीब, विपिन चन्द्र या रोमिला थापर हमें कुछ भी पढ़ा जाता है और कोई भंसाली हमारे ऐतिहासिक चरित्रों के साथ बलात्कार करने की हिमाकत करता है।🌛*
वो ऐसी हिमाकत इसलिये कर सकतें हैं क्योंकि उस सम्राट की हवेली जो *रेवाड़ी के कुतुबपुर मुहल्ले* में स्थित हैं वो आज बकरी और मुर्गी पालन के काम आ रही है और इधर हम मुगलों और आक्रांताओं के मजारों, गुसलखानों और हरमखानों का हर साल रंग-रोगन करवा रहें हैं।
ये दोगले इतिहासकार तो हेमू को यथोचित स्थान देने से रहे *🚩इसलिये आखिरी हिंदू सम्राट 'हेमचंद विक्रमादित्य' के बारे में खुद भी पढ़िए, अपने बच्चों को भी पढ़ाइये,*

 इतिहासकारों की गर्दनें दबोच कर हेमू की उपेक्षा पर उनसे सवाल पूछिए और हो सके तो कभी हेमू की हवेली पर जाकर उनको नमन करिये वर्ना भंसालियों और हबीबों द्वारा अपमानित होने वाली सूची में माँ पद्मिनी अंतिम नहीं है, ये किसी दिन हेमू को भी मुग़ल दरबार का गुलाम बनाकर अपने फ़िल्मी बाजार में बेच देंगे।

Modi effect

😂😂😂😂😂😂सोचिए......
अगर मोदी कहे के
शौचालय जाने के बाद
हाथ साबुन से धोना जरूरी हे

*तो नेता इसके बारे में क्या कहेंगे😁

*केजरीवाल-* 😆
मोदी जी ने 
साबुन कम्पनीयों से पैसा लिया हे

*राहुल गाँधी-* 😉
मोदीजी 
गरीबो का साबुन खर्च करवाना चाहते हे

*ओवैसी-* 😂
मै हाथ साबुन से नहीं धोऊगा
संविधान में कहीं नहीं लिखा है मेरे 
गर्दन पर चाकू भी रखोगे तब भी नहीं 

*मायावती-* 😣
दलितों को आरक्षण मिलना चाहिए
केवल हफ्ते में 
एक बार हाथ साबुन से धोने का

*कपिल सिब्बल-* 😏
शौचालय मेरा 
शौच मेरी हाथ मेरा मैं क्यों धोऊँ 

*मुलायम-* 😷
मेरे होते हुए U.P. 
वालों को हाथ धोने की जरूरत नहीं हे

*गिरीराज-*😌 
जो साबुन से हाथ
नहीं धोना चाहते वह पाकिस्तान चले जाये

और 
*मुकेश अंबानी-*😎
"स्वस्थ राष्ट्र के स्नान की शुरुआत
जिओ साबुन के साथ ।"
'एक साबुन पर 500 mb 4जी डाटा फ्री।'

😂😂😂😂😂😂😝😜😜😜

Thursday, 11 May 2017

Top indian movies

Vijay Mallya is going into movie productions to pay off his debts and here are some of the movies he is considering:
 
Kingfisher Productions (Films of Good Times) presents:



1. Soda Akbar
2. Rab Ne Pila di Thodi
3. Rum de Basanti
4. Hum tight ho chuke sanam
5. Beer Zaara
6. Bevde Zameen par..
7. Kabhi whisky, Kabhi Rum
8. Brandy Rathore
9. Three Drunkards
10. Ek tha kingfisher &
11. Whisky donor
.
..and finally the award winning production
..
12. Bhaag Mallya Bhaag
😃😃😃😃😂

Indian culture

ऋग्वेद के अनुसार जो अनाज खेतों मे पैदा होता है, उसका बंटवारा तो देखिए...

1- जमीन से चार अंगुल भूमि का,
2- गेहूं के बाली के नीचे का पशुओं का,
3- पहली फसल की पहली बाली अग्नि की,
4- बाली से गेहूं अलग करने पर मूठ्ठी भर दाना पंछियो का,
5- गेहूं का आटा बनाने पर मुट्ठी भर आटा चीटियों का,
6- चुटकी भर गुथा आटा मछलियों का,
7- फिर उस आटे की पहली रोटी गौमाता की,
8- पहली थाली घर के बुज़ुर्ग़ो की
9- फिर हमारी थाली,
10- आखिरी रोटी कुत्ते की,
ये हमें सिखाती है, हमारी सनातन संस्कृति और...

मुझे गर्व है कि मैं इस संस्कृति का हिस्सा हूँ

How to kill mosquito

*मच्छरों को दूर भागने का बहुत बढ़िया उपाय* 
 
1) कभी -कभी आप इस प्रकार की खुली जगह पे सोने को मजबूर होते है जब घर में लाईट नहीं आती है तो छत पे सोना होता है और गुड नाईट या आल आउट न लगा पाना आपकी मज़बूरी है। और ये मच्छर महाशय आपको सोने नहीं देते है। फिर आप रात भर तालियाँ बजाते रहते है और सो नहीं पाते है…. !
2) तो मित्रो एक साधारण सा उपाय है एक नीबू को बीच से आधा काट लो दोनों अलग -अलग टुकड़ों में 10-15 लौंग घुसा दीजिये, और साथ में रख लीजिये, मच्छर पास आने की हिम्मत भी नहीं करेंगे.
3) जब भी आप कहीं बाहर आउटिंग पर जायें, तो अपने साथ कुछ नीम्बू जरूर लेते जाइये, ये मच्छरों को दूर भागने का बहुत बढ़िया उपाय है 
 
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Wednesday, 10 May 2017

Buddha quotes

*• गौतम बुद्ध के सुविचार •*


.... जो गुजर गया उसके बारे में मत सोचो और भविष्य के सपने मत देखो केवल वर्तमान पे ध्यान केंद्रित करो ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... आप पूरे ब्रह्माण्ड में कहीं भी ऐसे व्यक्ति को खोज लें जो आपको आपसे ज्यादा प्यार करता हो, आप पाएंगे कि जितना प्यार आप खुद से कर सकते हैं उतना कोई आपसे नहीं कर सकता।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन और विश्वास सबसे अच्छा संबंध।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... हमें हमारे अलावा कोई और नहीं बचा सकता, हमें अपने रास्ते पे खुद चलना है।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... तीन चीज़ें ज्यादा देर तक नहीं छुपी रह सकतीं – सूर्य, चन्द्रमा और सत्य
                  *– गौतम बुद्ध*

.... आपका मन ही सब कुछ है, आप जैसा सोचेंगे वैसा बन जायेंगे ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... अपने शरीर को स्वस्थ रखना भी एक कर्तव्य है, अन्यथा आप अपनी मन और सोच को अच्छा और साफ़ नहीं रख पाएंगे ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... हम अपनी सोच से ही निर्मित होते हैं, जैसा सोचते हैं वैसे ही बन जाते हैं। जब मन शुद्ध होता है तो खुशियाँ परछाई की तरह आपके साथ चलती हैं ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... किसी परिवार को खुश, सुखी और स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरुरी है अनुशासन और मन पर नियंत्रण अगर कोई व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण कर ले तो उसे आत्मज्ञान का रास्ता मिल जाता है ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... क्रोध करना एक गर्म कोयले को दूसरे पे फैंकने के समान है जो पहले आपका ही हाथ जलाएगा ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... जिस तरह एक मोमबत्ती की लौ से हजारों मोमबत्तियों को जलाया जा सकता है फिर भी उसकी रौशनी कम नहीं होती उसी तरह एक दूसरे से खुशियाँ बांटने से कभी खुशियाँ कम नहीं होतीं ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... इंसान के अंदर ही शांति का वास होता है, उसे बाहर ना तलाशें ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... आपको क्रोधित होने के लिए दंड नहीं दिया जायेगा, बल्कि आपका क्रोध खुद आपको दंड देगा ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... हजारों लड़ाइयाँ जितने से बेहतर है कि आप खुद को जीत लें, फिर वो जीत आपकी होगी जिसे कोई आपसे नहीं छीन सकता ना कोई स्वर्गदूत और ना कोई राक्षस ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... जिस तरह एक मोमबत्ती बिना आग के खुद नहीं जल सकती उसी तरह एक इंसान बिना आध्यात्मिक जीवन के जीवित नहीं रह सकता ।
                 *– गौतम बुद्ध*

.... निष्क्रिय होना मृत्यु का एक छोटा रास्ता है, मेहनती होना अच्छे जीवन का रास्ता है, मूर्ख लोग निष्क्रिय होते हैं और बुद्धिमान लोग मेहनती ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... हम जो बोलते हैं अपने शब्दों को देखभाल के चुनना चाहिए कि सुनने वाले पे उसका क्या प्रभाव पड़ेगा,
अच्छा या बुरा ।
                 *– गौतम बुद्ध*

.... आपको जो कुछ मिला है उस पर घमंड ना करो और ना ही दूसरों से ईर्ष्या करो, घमंड और ईर्ष्या करनेवाले लोगों को कभी मन की शांति नहीं मिलती ।
                  *– गौतम बुद्ध*

.... अपनी स्वयं की क्षमता से काम करो, दूसरों निर्भर मत रहो ।
                *– गौतम बुद्ध*

..... असल जीवन की सबसे बड़ी विफलता है हमारा असत्यवादी होना ।
                *– गौतम बुद्ध*

Scam in Delhi

## ये गहरा गेम है ########
मिश्रा जी कह रहे हैं कि मैं आज भी केजरीवाल को भगवान की तरह पूजता हूँ परन्तु सब खोट 200 करोड़ के घोटाले वाले जैन में है जो रिश्वत लिए खड़ा था 2 करोड़ ।
सरजी , मनीष, कलुतोष, विश्वास सब बिल्कुल शांत हैं और अपने बिछाये जाल पर नज़र गड़ाए बैठे हैं ।
जैन बहुत से घोटालों में फंस चुका है और जांच भी चल रही है और कुछ प्रॉपर्टी भी जब्त हुई है ।
AAP का मानना है कि अगर अपने खिलाड़ी को शहीद करना ही है तो क्यों ना केजरीवाल की गंदी तश्वीर को कुछ चमका लिया जाए इससे ।
कोई आपिया मिश्रा से सम्पर्क नहीं साध रहा है क्योंकि आरोप इतना ड्रामाटिक है कि बड़ी आसानी से बाहर निकल जाएंगे ।
अब जल्द ही मिश्रा गलती कबूल करेंगे दोष जैन पर मढा जाएगा और छाती पीटकर केजरीवाल को इंसानी दुनिया का सबसे ईमानदार का सर्टिफिकेट दे दिया जाएगा ।
"" हम दिल्ली वाले फदु बन कर ड्रामा देख रहे हैं की घोटाला तो टैंकर का हुवा था और मिश्रा एंड पार्टी ने डाइवर्ट कर दिया रिश्वत पर ।  "" 
जबकि पूरा देश साफ कर चुका की अब कोई ड्रामा कहीं नहीं चलेगा परन्तु सरजी को आज भी अपने गुरु लालू की दी शिक्षा पर पूरा यकीन है कि हिंदुस्तान की राजनीति में काम नहीं सिर्फ ड्रामा चलता है ।

Tuesday, 9 May 2017

Charu nigam ke anshu

👆👆👆

#चारु_निगम_के_आँसू

मिडिया  के एक वर्ग विशेष को आधी स्टोरी बताने या यूं कह लें कि स्टोरी सहूलियत के हिसाब से छिपाने की एक बहुत बुरी लत लगी हुई है और जब स्टोरी दक्षिणपंथ,हिन्दू,भाजपा से सम्बंधित हो तो चढ़ जाओ तेल पानी लेकर.. एक खबर अख़बार और टीवी मिडिया की सुर्खियां बनी हुई है कि भाजपा के MLA राधामोहन अग्रवाल ने एक महिला पुलिस अधिकारी चारु निगम को डांट दिया.वीडियो शेयर किए जा रहे हैं और फिर स्वाभाविक भी है "मोदिया को गरियाने" का कोई मौका क्यों छोड़े मिडिया एक विशेष हिस्सा और एनजीओ गैंग क्योंकि इनके खाद पानी की सप्लाई लाइन आते ही मोदी ने काट दी..

वापस घटना पर आते हैं,आधा सच ये है कि राधामोहन अग्रवाल एक महिला पुलिस अधिकारी पर चिल्लाते हुए कह रहे हैं कि "आप चुप रहिये मैं SDM साहब से बात कर रहा हूँ" और थोड़े देर बार मोहतरमा के आँखों में आंसू आते हैं और मीडिया का कवरेज प्रारम्भ.. दरअसल शराब का ठेका बंद कराने के लिए महिलाएं प्रदर्शन कर रही थी और वहां पुलिस अधिकारी चारु निगम व्यवस्था संभाल रही थी,झड़प हुई फिर पुलिस की वर्दी ने अपना रंग दिखाया महोदय ने पटक पटक कर महिलाओं को पीटा पैर और जूते से महिलाओं के पेट में मारा.गर्भवती महिला को भी नहीं बख्शा..एक आठ साल के बच्चे को उठा के फेक दिया.
जनता तो निरीह होती ही है उसका तो काम ही है कभी नेताओं के तो कभी पुलिस के लात जूते खाना और ये परिपाटी अंग्रेजो के समय से चली आ रही है..राधा मोहन अग्रवाल जी ने शायद यही गलती कर दी वो भूल गए की "वर्दी लगाये महिला पुलिस अधिकारी" के दिमाग में ये बात बहुत गहरे में बैठी है कि वो जनता की मालकिन है, और बिना लाग लपेट कह सकता हूँ कि,ये बात कहीं न कहीं नेता जी के मन में बैठी है कि वो सर्वोपरि सत्ता है। मगर इनके बीच अगर कोई पिसता है तो वो आम जनता.. 
चारु महोदया का दर्द अकेला नहीं है, वो जनता जिसे वो जूतों के नोक पर रखती है उसी जनता के सामने उस जनता के लिए कोई "जनप्रतिनिधि" उनको डाट डपट दे. फिर आँख में आंसू आना स्वाभाविक है। अहंकार टूटता है तो ये स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। और इसमें चारु की गलती नहीं मानता मैं, पुलिस और जनता का सम्बन्ध आजादी से पहले जैसा था,आजादी के बाद भी लगभग वही रहा है..सामान्य जनता ने अगर प्रमाणिकता से अपनी बात रख दी और "दिवान साहब" के पास कोई जबाब नहीं तो अगले ही सेकेण्ड माँ बहन की गालियां देते हुए लाठियां भांजी दी जाएंगी..
पुलिस जनता के सम्बन्ध को सामान्य करने के लिए विभिन्न कमेटियों की रिपोर्ट उपलब्ध है मगर ट्रेनिंग में शायद ये पार्ट नजरअंदाज ही जाता है जिससे "खाकी" के एक बड़े हिस्से का आज तक अंग्रेजो के जमाने वाले व्यवहार से आगे नहीं बढ़ पाती है..जनता भी उनसे जुड़ नहीं पाती..
अब जब जनता महिला और बच्चों को "खाकी" अपने जूतों से मार रही हो तो उस समय जनता के बीच ने निकला एक जनप्रतिनिधि जिसने "खादी" पहनी है उसने खादी की ताकत दिखाते हुए "आम जनता के पक्ष में" बोला तो कितना बड़ा अपराध किया.. 

वीडियो देखिये, राधामोहन अग्रवाल ने पुलिस अधिकारी को डांट कर गलत किया या सही निर्णय स्वयं कीजिये...

Islam Ek Adharm ya Dharm

"मेरी ढाई शंका"!!

एक चर्चित इस्लामिक स्टाल पर कुछेक लोगों की भीड़ देखकर मैं भी पहुँच गया। पता चला 'कुरान-ए-शरीफ़' की प्रति लोगों को मुफ़्त बाँटी जा रही है। शांति, प्रेम और आपसी मेलजोल को इस्लाम का संदेश बताया जा रहा था।

खैर जिज्ञासावश मैंने भी मुफ़्त में कुरान पाने को उनका दिया आवेदन फॉर्म भरने की ठानी जिसमें वो नाम-पता और मोबाइल नम्बर लिखवा रहे थे ताकि बाद में लोगों से सम्पर्क साधा जा सके।

एकाएक एक सज्जन अपनी धर्मपत्नी जी के साथ स्टाल में पधारे सामान्य अभिवादन से पश्चात उन्होंने मुस्लिम विद्वान् के सामने अपना विचार रखा - मैं अपनी धर्मपत्नी के साथ इस्लाम स्वीकार करना चाहता हूँ।

यह सुन मुस्लिम विद्वान के चेहरे पर प्रसन्नत्ता की अनूठी आभा दिखाई दी।
मुस्लिम धर्मगुरु ने अपने दोनों हाथ खोलकर कहा - आपका स्वागत है।
लेकिन उन सज्जन ने कहा - इस्लाम स्वीकार करने से पहले मेरी 'ढाई' शंका है। आपको उनका निवारण करना होगा। यदि आप उनका निवारण कर पाए तो ही मैं इस्लाम स्वीकार कर सकता हूँ!!

मुस्लिम विद्वान ने शंकित से भाव से उनकी ओर देखते हुए प्रश्न किया - महोदय, शंका या तो 'दो' हों या 'तीन'! ये 'ढाई' शंका का क्या तुक है?
सज्जन ने अपने मुस्कुराते हुए कहा - जब मैं शंका रखूँगा आप खुद समझ जायेंगे। यदि आप तैयार हो तो मैं अपनी पहली शंका आपके सामने रखूँ?
मुस्लिम विद्वान् ने कहा - जी, रखिये...

सज्जन - मेरी पहली शंका है कि सभी इस्लामिक बिरादरी के मुल्कों में जहाँ मुस्लिमों की संख्या 50 फीसदी से ज़्यादा है, मसलन 'मुस्लिम समुदाय' बहुसंख्यक हैं, उनमें एक भी देश में 'समाजवाद' नहीं है, 'लोकतंत्र नहीं है। वहाँ अन्य धर्मों में आस्था रखनेवाले लोग सुरक्षित नहीं हैं। जिस देश में 'मुस्लिम' बहुसंख्यक होते हैं वहाँ कट्टर इस्लामिक शासन की माँग होने लगती है। मतलब उदारवाद नहीं रहता, लोकतंत्र नहीं रहता। लोगों से उनकी अभिवयक्ति की स्वतंत्रता छीन-सी ली जाती है। आप इसका कारण स्पष्ट करें, ऐसा क्यों? मैं इस्लाम स्वीकार कर लूँगा!!

मुस्लिम विद्वान के चेहरे पर एक शंका ने हजारों शंकाए खड़ी कर दीं। फिर भी उन्होंने अपनी शंकाओं को छिपाते हुए कहा - दूसरी शंका प्रकट करें...

सज्जन – मेरी दूसरी शंका है, पूरे विश्व में यदि वैश्विक आतंक पर नज़र डालें तो इस्लामिक आतंक की भागीदारी 95% के लगभग है। अधिकतर मारनेवाले आतंकी 'मुस्लिम' ही क्यों होते है? अब ऐसे में यदि मैंने इस्लाम स्वीकार किया तो आप मुझे कौन-सा मुसलमान बनायेंगे? हर रोज़ जो या तो कभी मस्ज़िद के धमाके में मर जाता, तो कभी ज़रा-सी चूक होने पर पर इस्लामिक कानून के तहत दंड भोगनेवाला या फिर वो मुसलमान जो हर रोज़ बम-धमाके कर मानवता की हत्या कर देता है! इस्लाम के नाम पर मासूमों का खून बहानेवाला या सीरिया की तरह औरतों को अगवाकर बाज़ार में बेचनेवाला! मतलब में मरनेवाला मुसलमान बनूँगा या मारनेवाला?

यह सुनकर दूसरी शंका ने मानो उन विद्वान पर हज़ारों मन बोझ डाल दिया हो। दबी-सी आवाज़ में उन्होंने कहा - बाकी बची आधी शंका भी बोलो?..
.
सज्जन ने मंद-सी मुस्कान के साथ कहा - वो आधी शंका मेरी धर्मपत्नी जी की है... इनकी शंका 'आधी' इसलिए है कि इस्लाम नारी समाज को पूर्ण दर्जा नहीं देता। हमेशा उसे पुरुष की तुलना में आधी ही समझता है तो इसकी शंका को भी 'आधा' ही आँका जाये!

मुस्लिम विद्वान ने कुछ लज्जित से स्वर में कहा - जी मोहतरमा, फरमाइए!...

सज्जन की धर्मपत्नी जी ने बड़े सहज भाव से कहा - ये इस्लाम कबूल कर लें, मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं किन्तु मेरी इनके साथ शादी हुए करीब 35 वर्ष हो गये। यदि कल इस्लामिक रवायतों-उसूलों के अनुसार किसी बात पर इन्हें गुस्सा आ गया और मुझे 'तलाक-तलाक-तलाक' कह दिया तो बताइए मैं इस अवस्था में कहाँ जाऊँगी? यदि तलाक भी न दिया और कल इन्हें कोई पसंद आ गयी और ये उससे निकाह करके घर ले आये तो बताइए उस अवस्था में मेरा, मेरे का बच्चों का, मेरे गृहस्थ जीवन क्या होगा? तो ये मेरी 'आधी' शंका है।

इस प्रश्न के वार से मुस्लिम विद्वान को निरुत्तर कर दिया। उसने इन जवाबों से बचने के लिए कहा - आप अपना परिचय दे सकते हैं...
सज्जन ने कहा - मेरी शंका ही मेरा परिचय है। यदि आपके पास इन प्रश्नों का उत्तर होगा, हमारी 'ढाई शंका' का निवारण आपके पास होगा तो आप मुझे बताना।

सज्जन तो वहाँ से चले गये पर मौलाना साहब सिर पकड़कर बैठे रहे। किन्तु इस सारे वार्तालाप से मेरे मन में ज़रूर एक शंका खड़ी हो गयी कि आखिर ये सज्जन कौन हैं...?
Please share this POST, if you are INDIAN. (जैसा प्राप्त हुआ वैसा ही भेजा गया) ।

What is Fufa

प्र०: *फूफा पर निबन्ध लिखिए।*
 
उत्तर - *फूफा*:
बूआ के पति को 'फूफा'कहते हैं।
फूफाओं का बड़ा रोना रहता है शादी-ब्याह में।
किसी शादी में जब भी आप किसी ऐसे अधेड़ शख़्स को देखें जो पुराना, उधड़ती सिलाई वाला सूट पहने, मुँह बनाये, तना-तना सा घूम रहा हो। जिसके आसपास दो-तीन ऊबे हुए से लोग मनुहार की मुद्रा में हों तो बेखटके मान लीजिये कि यही बंदा दूल्हे का फूफा है!

ऐसे मांगलिक अवसर पर यदि फूफा मुँह न फुला ले तो लोग उसके फूफा होने पर ही संदेह करने लगते हैं।

अपनी हैसियत जताने का आखिरी मौका होता है यह उसके लिये और कोई भी हिंदुस्तानी फूफा इसे गँवाता नहीं !


*फूफा करता कैसे है यह सब ?*

उत्तर - वह किसी न किसी बात पर अनमना होगा। चिड़चिड़ाएगा। तीखी बयानबाज़ी करेगा। किसी बेतुकी सी बात पर अपनी बेइज़्ज़ती होने की घोषणा करता हुआ किसी ऐसी जानी-पहचानी जगह के लिये निकल लेगा, जहाँ से उसे मनाकर वापस लाया जा सके! 

अगला वाजिब सवाल यह है कि *फूफा ऐसा करता ही क्यों है ?*
उत्तर. दरअसल फूफा जो होता है, वह *'व्यतीत होता हुआ जीजा'* होता है। वह यह मानने को तैयार नहीं होता है कि उसके अच्छे दिन बीत चुके और उसकी सम्मान की राजगद्दी पर किसी नये छोकरे ने 'जीजा' होकर क़ब्ज़ा जमा लिया है। फूफा, 'फूफा' नहीं होना चाहता। वह 'जीजा' ही बने रहना चाहता है और शादी-ब्याह जैसे नाज़ुक मौके पर उसका मुँह फुलाना, जीजा बने रहने की नाकाम कोशिश भर होती है।

फूफा को यह ग़लतफ़हमी होती है कि उसकी नाराज़गी को बहुत गंभीरता से लिया जायेगा। पर अमूमन एेसा होता नहीं। लड़के का बाप उसे बतौर जीजा ढोते-ढोते पहले ही थका हुआ होता है। ऊपर से लड़के के ब्याह के सौ लफड़े। इसलिये वह एकाध बार ख़ुद कोशिश करता है और थक-हारकर अपने इस बुढ़ाते जीजा को अपने किसी नकारे भाईबंद के हवाले कर दूसरे ज़्यादा ज़रूरी कामों में जुट जाता है।

बाकी लोग फूफा के ऐंठने को शादी के दूसरे रिवाजों की ही तरह लेते हैं। वे यह मानते हैं कि यह यही सब करने ही आया था और वह अगर यही नहीं करेगा तो क्या करेगा!! ज़ाहिर है कि वे भी उसे क़तई तवज्जो नहीं देते।

फूफा यदि थोड़ा-बहुत भी समझदार हुआ तो बात को ज़्यादा लम्बा नहीं खींचता। वह माहौल भाँप जाता है। मामला हाथ से निकल जाये, उसके पहले ही मान जाता है। बीबी की तरेरी हुई आँखें उसे समझा देती हैं कि बात को और आगे बढ़ाना ठीक नहीं। लिहाजा, वह बहिष्कार समाप्त कर ब्याह की मुख्य धारा में लौट आता है। हालांकि, वह हँसता-बोलता फिर भी नहीं और तना-तना सा बना रहता है। उसकी एकाध उम्रदराज सालियाँ और उसकी ख़ुद की बीवी ज़रूर थोड़ी-बहुत उसके आगे-पीछे लगी रहती हैं। पर जल्दी ही वे भी उसे भगवान भरोसे छोड़-छाड़ दूसरों से रिश्तेदारी निभाने में व्यस्त हो जाती हैं।

फूफा *'बहादुर शाह ज़फ़र'* की गति को प्राप्त होता है। अपना राज हाथ से निकलता देख कुढ़ता है, पर किसी से कुछ कह नहीं पाता। मनमसोस कर रोटी खाता है और दूसरों से बहुत पहले शादी का पंडाल छोड़ खर्राटे लेने अपने कमरे में लौट आता है। फूफा चूँकि और कुछ कर नहीं सकता, इसलिये वह यही करता है।

इन हालातों को देखते हुए मेरी आप सबसे यह अपील है कि फूफाओं पर हँसिये मत। आप आजीवन जीजा नहीं बने रह सकते। आज नहीं तो कल आपको भी फूफा होकर मार्गदर्शक मंडल का हिस्सा हो ही जाना है। अाज के फूफाओं की आप इज़्ज़त करेंगे, तभी अपने फूफा वाले दिनों में लोगों से आप भी इज़्ज़त पा सकेंगे।


ध्यान रखें! ⚽

SP Charu Nigam

आज सुबह पेपर में गोरखपुर की महिला एसपी चारू निगम के आंख से निकले फटकार के आंसुओं पर उद्वेलित अखबार और जनता की प्रतिक्रियाएं पढ़ने के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे है कि आंसुओं का भी वर्गीकरण पद और प्रतिष्ठा के आधार पर किया जा चुका है वर्ना रोने को तो उन बेचारी आठ महिलाओं ने जी भर के रोया होगा जब महिला एसपी चारू निगम उन पर लाठीया बरसा रही थी , मगर खबर केवल एसपी साहिबा का ही बना क्योंकि अखबार और समाज की नजर में एक एसपी के आंसुओं का निकलना उसका स्वाभिमान था और गरीब के आंसू उसका भाग्य।।
- साभार कापी

Hindutv ki ladai

🚩जय श्री राम🚩

हिंदुत्व के लिए लड़ाई लड़ो...।।

लड़ नही सकते तो लिखो....||||

लिख नही सकते तो बोलो...|।।

बोल नही सकते तो साथ दो..।।।।

साथ भी नही दे सकते तो जो ।।

लड़ रहे है उनका सहयोग करो ।।

संघर्ष करने के लिए ताकत दो ।।

ये भी न कर सकें तो कम से कम 

मनोबल न गिराओ .....।।।।।

क्योंकि कहीं न कहीं कोई आपके 

हिस्से की भी लड़ाई लड़ रहे हैं ।
जय श्री राम जय हिंदुत्तव
✍घेवाराम चौधरी जुंजानि भीनमाल

Spiritual knowledge

🌫🌫🌫🌫   *प्रारब्ध*   🌫🌫🌫🌫

    एक गुरूजी थे । हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करते थे । काफी बुजुर्ग हो गये थे । उनके कुछ शिष्य साथ मे ही पास के कमरे मे रहते थे ।

     जब भी गुरूजी को शौच; स्नान आदि के लिये जाना होता था; वे अपने शिष्यो को आवाज लगाते थे और शिष्य ले जाते थे ।

    धीरे धीरे कुछ दिन बाद शिष्य दो तीन बार आवाज लगाने के बाद भी कभी आते कभी और भी देर से आते ।

    एक दिन रात को निवृत्त होने के लिये जैसे ही गुरूजी आवाज लगाते है, तुरन्त एक बालक आता है और बडे ही कोमल स्पर्श के साथ गुरूजी को निवृत्त करवा कर बिस्तर पर लेटा जाता है । अब ये रोज का नियम हो गया ।

    एक दिन गुरूजी को शक हो जाता है कि, पहले तो शिष्यों को तीन चार बार आवाज लगाने पर भी देर से आते थे । लेकिन ये बालक तो आवाज लगाते ही दूसरे क्षण आ जाता है और बडे कोमल स्पर्श से सब निवृत्त करवा देता है ।

    एक दिन गुरूजी उस बालक का हाथ पकड लेते है और पूछते कि सच बता तू कौन है ? मेरे शिष्य तो ऐसे नही हैं ।

    वो बालक के रूप में स्वयं ईश्वर थे; उन्होंने गुरूजी को स्वयं का वास्तविक रूप दिखाया।

     गुरूजी रोते हुये कहते है : हे प्रभु आप स्वयं मेरे निवृत्ती के कार्य कर रहे है । यदि मुझसे इतने प्रसन्न हो तो मुक्ति ही दे दो ना ।

     प्रभु कहते है कि जो आप भुगत रहे है वो आपके प्रारब्ध है । आप मेरे सच्चे साधक है; हर समय मेरा नाम जप करते है इसलिये मै आपके प्रारब्ध भी आपकी सच्ची साधना के कारण स्वयं कटवा रहा हूँ ।

     गुरूजी कहते है कि क्या मेरे प्रारब्ध आपकी कृपा से भी बडे है; क्या आपकी कृपा, मेरे प्रारब्ध नही काट सकती है ।

     प्रभु कहते है कि, मेरी कृपा सर्वोपरि है; ये अवश्य आपके प्रारब्ध काट सकती है; लेकिन फिर अगले जन्म मे आपको ये प्रारब्ध भुगतने फिर से आना होगा । यही कर्म नियम है । इसलिए आपके प्रारब्ध स्वयं अपने हाथो से कटवा कर इस जन्म-मरण से आपको मुक्ति देना चाहता हूँ ।

ईश्वर कहते है: *प्रारब्ध तीन तरह* के होते है :

*मन्द*, 
                    *तीव्र*, तथा 
                                            *तीव्रतम*

*मन्द प्रारब्ध* मेरा नाम जपने से कट जाते है । *तीव्र प्रारब्ध* किसी सच्चे संत का संग करके श्रद्धा और विश्वास से मेरा नाम जपने पर कट जाते है । पर *तीव्रतम प्रारब्ध* भुगतने ही पडते है।

लेकिन जो हर समय श्रद्धा और विश्वास से मुझे जपते हैं; उनके प्रारब्ध मैं स्वयं साथ रहकर कटवाता हूँ और तीव्रता का अहसास नहीं होने देता हूँ ।

           *प्रारब्ध पहले रचा, पीछे रचा शरीर ।*
  *तुलसी चिन्ता क्यों करे, भज ले श्री रघुबीर।।*

Mouth exercise

*मुख* और *जीभ* का *व्यायाम*

1. *कच्चा पापड़, पक्का पापड़*

सबसे ज़्यादा फेमस और हमारे दिल के सबसे क़रीब. एक बार में 15 बार बोल के दिखाओ तो जानें.

 
2. *फालसे का फासला*

चैलेंज है कि 20 बार बिना रुके बोल कर दिखाओ.

 
3. *पीतल के पतीले में पपीता पीला पीला*

मुस्कुरा का रहे हो, 12 बार इसे बोल कर दिखाओ.

 
4. *पके पेड़ पर पका पपीता पका पेड़ या पका पपीता*

मेरी जीभ तो लगभग फ्रैक्चर होते-होते बची है.

 
5. *ऊंट ऊंचा, ऊंट की पीठ ऊंची. ऊंची पूंछ ऊंट की*

क्या हुआ? 

6. *समझ समझ के समझ को समझो, समझ समझना भी एक समझ है. समझ समझ के जो न समझे, मेरे समझ में वो ना समझ है.*

इसे एक बार ही बोल के दिखाएँ 

 
7. *दूबे दुबई में डूब गया*

अच्छा ठीक है.ज़्यादा ख़ुश मत हों. ये आपकी फूलती सांसों को आराम देने के लिए था.

 
8. *चंदु के चाचा ने चंदु की चाची को, चांदनी चौक में, चांदनी रात में, चांदी के चम्मच से चटपटी चटनी चटाई*

अब चाहे जो कुछ भी करना, मगर अपने बाल मत नोंचना.

 
9. *जो हंसेगा वो फंसेगा, जो फंसेगा वो हंसेगा*

आपको ये आसान लग रहा है. जरा इसे 10 बार से ज़्यादा बार बोल कर दिखाइए.

 
10. *खड़क सिंह के खड़कने से खड़कती हैं खिड़कियां, खिड़कियों के खड़कने से खड़कता है खड़क सिंह*

 मेरे तो पूरे बदन में खड़कन हो रही है.

 
11. *मर हम भी गए, मरहम के लिए, मरहम न मिला. हम दम से गए, हमदम के लिए, हमदम न मिला*

बोलो-बोलो मुंह मत चुराओ.

 
12. *तोला राम ताला तोल के तेल में तल गया, तला हुआ तोला तेल के तले हुए तेल में तला गया*

ऐसे देख का रहे होे? 

 
13. *डाली डाली पे नज़र डाली, किसी ने अच्छी डाली, किसी ने बुरी डाली, जिस डाली पर मैने नज़र डाली वो डाली किसी ने तोड़ डाली*

बोलो बोलो... 

 
14. *पांच आम पंच चुचुमुख-चुचुमुख, पांचों मुचुक चुचुक पंच चुचुमुख*

😇😇😇😇😇😇😇

✨Brought to you by

WHY ME ?

WHY ME ?
A Beautiful Message 
by Arthur Ashe . 
The Legendary Wimbledon Player was dying of AIDS 
which he got due to Infected Blood he received 
during a Heart Surgery in 1983 ! 
He received letters from his fans , one of which conveyed : 
" Why did God have to select you for such a bad disease ? " 
To this Arthur Ashe replied : 
50 Million children started playing Tennis , 
5 Million learnt to play Tennis , 
500 000 learnt Professional Tennis , 
50 Thousand came to Circuit , 
5 Thousand reached Grand Slam , 
50 reached Wimbledon , 
4 reached the Semifinals , 
2 reached the Finals and 
when I was holding the cup in my hand , I never asked God 
" Why Me ? " 
So now that I'm in pain how can I ask God 
" Why Me ? " 
Happiness keeps you Sweet ! 
Trials keep you Strong ! 
Sorrows keep you Human ! 
Failure keeps you Humble ! 
Success keeps you Glowing ! 
But only , Faith keeps you Going !
Sometimes you are not satisfied with your life , 
while many people in this world are dreaming of living your life . 
A child on a farm sees a plane fly overhead dreams of flying . 
But , A pilot on the plane sees the farmhouse & dreams of returning home . 
That's life !
Enjoy yours ... If wealth is the secret to happiness , 
then the rich should be dancing on the streets . 
But only poor kids do that . 
If power ensures security , then VIPs should walk unguarded . 
But those who live simply , sleep soundly . 
If beauty and fame bring ideal relationships , 
then celebrities should have the best marriages . 
Live simply . Walk humbly and love genuinely 💙

Saturday, 6 May 2017

How India defeat pakistan

(#पाकिस्तान पर कविता)

अंधों को दर्पण क्या देना,
बहरों को भजन सुनाना क्या,

जो रक्त पान करते उनको,
गंगा का नीर पिलाना क्या,

हमने जिनको दो आँखे दीं,
वो हमको आँख दिखा बैठे,

हम शांति यज्ञ में लगे रहे,
वो श्वेत कबूतर खा बैठे,

वो छल पे छल करता आया,
हम अड़े रहे विश्वासों पर,

कितने समझौते थोप दिए,
हमने बेटों की लाशों पर,

अब लाशें भी यह बोल उठीं,
मत अंतर्मन पर घात करो,

दुश्मन जो भाषा समझ सके,
अब उस भाषा में बात करो,

वो झाडी है,हम बरगद हैं,
वो  है बबूल हम चन्दन हैं,

वो है जमात गीदड़ वाली,
हम सिंहों का अभिनन्दन हैं,

ऐ पाक तुम्हारी धमकी से,
यह धरा नही डरने वाली,

यह अमर सनातन माटी है,
ये कभी नही मरने वाली,

तुम भूल गए सन अड़तालिस,
पैदा होते ही अकड़े थे,

हम उन कबायली बकरों 
की गर्दन हाथों से पकडे थे,

*तुम भूल गए सन पैसठ को,*
तुमने पंगा कर डाला था,

*छोटे से लाल बहादुर ने*
तुमको नंगा कर डाला था,

*तुम भूले सन इकहत्तर को,*
जब तुम ढाका पर ऐंठे थे,

*नब्बे हजार पाकिस्तानी,*
घुटनो के बल पर बैठे थे,

*तुम भूल गए करगिल का रण,*
*हिमगिरि पर लिखी कहानी थी*

इस्लामाबादी गुंडों को जब
बेटा याद दिलाई नानी थी,

तुम सारी दुर्गति भूल गए,
फिर से बवाल कर बैठे हो,

है उत्तर खुद के पास नही 
हमसे सवाल कर बैठे हो,

*बिगड़ैल किसी बच्चे जैसे*
*आलाप तुम्हारे लगते हैं,*

*तुम भूल गए हो रिश्ते में*
*हम बाप तुम्हारे लगते हैं,*

बेटा पिटने का आदी है,
बेटा पक्का जेहादी है,

शायद बेटे की किस्मत में,
बर्बादी ही बर्बादी है,

तेरी बर्बादी में खुद को,
बर्बाद नही होने देंगे,

हम #भारत माँ के सीने पर 
जेहाद नही होने देंगे,

तू रख हथियार उधारी के,
हम अपने दम से लड़ लेंगे,
गर एटम बम से लड़ना हो 
तो एटम बम से लड़ लेंगे,

जब तक तू बटन दबायेगा,
हम पृथ्वी नाग चला देंगे,

तू जब तक #दिल्ली ढूंढेगा,
हम पूरा पाक जला देंगे,

What is man

35 + उम्र के मित्रो के लिए एक कविता जरूर पड़े

जीवन में पैतीस पार का मर्द........

कैसा होता है ?

थोड़ी सी सफेदी कनपटियों के पास,

खुल रहा हो जैसे आसमां बारिश के बाद,

जिम्मेदारियों के बोझ से झुकते हुए कंधे,

जिंदगी की भट्टी में खुद को गलाता हुआ,

अनुभव की पूंजी हाथ में लिए,

परिवार को वो सब देने की जद्दोजहद में,

जो उसे नहीं मिल पाया था,

बस बहे जा रहा है समय की धारा में,

एक खूबसूरत सी बीवी,

दो प्यारे से बच्चे,

पूरा दिन दुनिया से लड़ कर थका हारा,

रात को घर आता है, सुकून की तलाश में,

लेकिन क्या मिल पाता है सुकून उसे,

दरवाजे पर ही तैयार हैं बच्चे,

पापा से ये मंगाया था, वो मंगाया था,

नहीं लाए तो क्यों नहीं लाए,

लाए तो ये क्यों लाए वो क्यों नहीं लाए,

अब वो क्या कहे बच्चों से,

कि जेब में पैसे थोड़े कम थे,

कभी प्यार से, कभी डांट कर,

समझा देता है उनको,

एक बूंद आंसू की जमी रह जाती है,

आँख के कोने में,

लेकिन दिखती नहीं बच्चों को,

उस दिन दिखेगी उन्हें, जब वो खुद, बन जाएंगे माँ बाप अपने बच्चों के,

खाने की थाली में दो रोटी के साथ,

परोस दी हैं पत्नी ने दस चिंताएं,

कभी,

तुम्हीं नें बच्चों को सर चढ़ा रखा है,

कुछ कहते ही नहीं,

कभी,

हर वक्त डांटते ही रहते हो बच्चों को,

कभी प्यार से बात भी कर लिया करो,

लड़की सयानी हो रही है,

तुम्हें तो कुछ दिखाई ही नहीं देता,

लड़का हाथ से निकला जा रहा है,

तुम्हें तो कोई फिक्र ही नहीं है,

पड़ोसियों के झगड़े, मुहल्ले की बातें,

शिकवे शिकायतें दुनिया भर की,

सबको पानी के घूंट के साथ,

गले के नीचे उतार लेता है,

जिसने एक बार हलाहल पान किया,

वो सदियों नीलकंठ बन पूजा गया,

यहाँ रोज़ थोड़ा थोड़ा विष पीना पड़ता है,

जिंदा रहने की चाह में,

फिर लेटते ही बिस्तर पर,

मर जाता है एक रात के लिए,

क्योंकि

सुबह फिर जिंदा होना है,

काम पर जाना है,

कमा कर लाना है,

ताकि घर चल सके,....ताकि घर चल सके.....ताकि घर चल सके।।।।

Friday, 5 May 2017

Please respect women

एक महिला से जब किसीने पूछा की ,
"आप working woman हो,या housewife ?

तब,

उसने जो जवाब दीया, सचमुच दिल को छु लेने वाला था।

मै full time-working woman हूँ...

सुबह मै alarm clock हूँ,
मै घर की cook, waiter, servant हूँ,

Part-time धोबिन, टेलर,कामवाली बाई हूँ,

मै बच्चों की teacher हूँ,
घर के बड़े-बुजुर्गों की nurse हूँ,

मै घर मे हर वक्त हाजिर हूँ, घर की security हूँ,

मेहमानों के लिये receptionist हूँ,

Function मे सज-धज कर जाती "बहू का model हूँ,

अपने पति के लिये मित्र,प्रेमिका और wife हूँ,

अपने बच्चों के लिये तो जैसे "अलादीन का चिराग" हूँ,

 मेरे कोई working-hours नही होते, न कोई holiday,

मै कोई वेतन,भत्ता नही लेती,न promotion न increment

इसके बावजूद मुझसे पूछा जाता है...

कि मै दिन-भर क्या करती हूँ?
🙏 Dedicated to all the ladies 👍plzzz respect women-

Thursday, 4 May 2017

बौद्धिक जिहाद का एक यह भी रूप है

*बौद्धिक जिहाद का एक यह भी रूप है*

चार मित्र थे 
1 सोहराब, 
2 सरफराज 
3 हामिद कुरैशी 
4 अहमद
इन चारों ने एक एक fake ID(नकली आई डी) बनाई फेसबुक पर
*सोहराब ने अपना नाम लिखा -सुनील यादव,*
*सरफराज ने नाम लिखा- अमित मिश्रा*
*हामिद ने नाम लिखा- नागेंद्र कुमार पासवान*
*और अहमद ने लिखा - सुरेंद्र सिंह* 

अब सुनील यादव याने सोहराब पोस्ट डालता हैं कि "धर्म के नाम पर ब्राह्मणों ने हमेशा हमारा शोषण किया है कोई देवी देवता नहीं होता हिन्दू धर्म सिर्फ ब्राह्मणों का बकवास है ये सब बीजेपी और आरएसएस वाला है ।"

अब शुरू होता है इस नाटक के बाकि तीनो किरदारों​ का तमाशा देखिए कमेंट बॉक्स में ।

Comment

सुरेंद्र सिंह उर्फ (अहमद)-

"ऐ सुनील यादव खबरदार जो हिन्दू धर्म के बारे में कुछ बोला तुम यादव लोग हिन्दू नहीं हो सकते #$%2-4गाली लिख देता है ।"

फिर बारी आती है तीसरे नौटंकी बाज की-

नागेंद्र पासवान उर्फ (हामिद)

नमो बुद्धाय जय भीम-
"अरे भाईलोगों गाली गलौज क्यों​ कर रहे सच्चाई तो कड़वी होती ही है तुम लोग हम दलितों को मंदिर में घुसने नहीं देते हो ये धर्म नहीं पाखण्ड है इससे अच्छा तो इस्लाम है सभी बराबर खड़े हो कर नमाज पढ़ते हैं ।"

अब तीसरा नौटंकी बाज आता है कमेंट बॉक्स में-

अमित मिश्रा उर्फ (सरफ़राज़)

"हाँ... हाँ... तुम लोग अछूत हो तो क्यों घुसने दे मंदिर में?? जाओ इस्लाम ही अपना लो तुम सब मूर्ख हो कौन मुंह लगाए तुझे।

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*मित्रों सिर्फ इन चार  की इतनी सी नौटंकी जबकि चारो एक ही समुदाय के हैं -*

*मात्र इतनी नौटंकी के बाद कई हिन्दू यादव ,राजपूत, ब्राह्मण और दलित सभी तुरंत इस कमेंट बॉक्स में अपनी-अपनी जाति के समर्थन में बिना सोचे-समझे बिना अगले किसी fake id को जाने समझे आपस में एक दूसरे से लड़ने लगते हैं और हमारे जातिवाद का फायदा उठाने वाले वो चारो हमारी मूर्खता पर अट्टहास लगा कर हँसते हैं ।*
इस प्रकार हम आपस में ही तिनके की तरह बिखर रहे और देश के अंदर -बाहर से दुश्मन घात लगा कर बैठा है मौके की तलाश में , और इस प्रकार हिंदूओं में आपसी फूट डाल कर लड़ाते हैं , धर्म परिवर्तन कराते हैं ।

विचार करें-

*ऐसे लाखों सोहराब और सरफराज दिन रात सोशल मिडिया पर हम सबको तोड़ने और लड़ाने के लिए काम कर रहे हैं ।*
बाकि कुछ​ स्मार्टी हेन्डसम नौजवान चुन-चुन कर हिन्दू लड़कियों के फ्रेंड लिस्ट में घुस कर बबलू, पप्पू डब्लू इत्यादि नाम से दिन रात good morning और good evning कर फूलों से भरे गुलदस्ते का फोटो भेजते रहते हैं ।
ज़िहाद अपने चरम पर है हर स्तर से हिंदुत्व को क्षति पहुंचाने पर कार्य हो रहा है वो भी युद्धस्तर पर ।

Modi vs All party

देश के खिलाफ साजिश,

       मित्रों सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि कांग्रेस , पाकिस्तान और चीन मिलकर कश्मीर और नक्सली घटना को मिलकर अंजाम दिया गया है,

        कारण है देश में मोदी जी के प्रति अविश्वास पैदा करना ,इससे कांग्रेस को खोया जनादेश वापस प्राप्तकरना,पाकिस्तान  कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाके बलूचिस्तान वैगरह से ध्यान हटाना और चीन मोदी की बढ़ती ताकत को रोकना ,

     अब सोचना यही कि क्या इन तीनो को हमे सौशियल मीडिया द्वारा माकूल जवाब हमे देना चाहिए ?

     विचार करना ...जय माँ भारती ...

World press day

मेरे कई वरिष्ठ पत्रकार साथी जो आज वर्ल्ड मीडिया में आज़ादी के मामले में भारतीय पत्रकारिता को 136वां स्थान मिलने पर करुण क्रंदन कर रहे हैं, वो मेरी बातों से काफ़ी नाराज़ होंगे। क्यूंकि सात अख़बारों में, पांच वेब साइट्स पर, और दो चार छोटी मोटी पत्रिकाओं में 'अभिव्यक्ति की आज़ादी नहीं है' कॉलम लिख के नौकरी से इतर कमाई करना उनका पसंदीदा शग़ल है।

वो कह रहे हैं कि पहले हम 133वें पायदान पे थे अब 136 पे आ गए कितना पतन हो गया पत्रकारिता का! तो बंधुओं आंखें खोलो, आप पहले भी गड्ढे में थे अब भी गड्ढे में ही हो, अगर पैमाना यही रैंकिंग है तो! और अगर ये रैंकिंग पैमाना नहीं है तो ख़ुशी मनाओ कि आप भारत में हो, जहां पत्रकार आतंकवाद की आड़ में मार नहीं दिए जाते। जहां उन्हें मुंह छुपाए दूसरे मुल्कों से रहम की भीख नहीं मांगनी पड़ती। जहां चैनल्स पर देशद्रोही बातों को बढ़ावा देने, आतंकियों की मददगार रिपोर्टिंग करने और बेनामी स्त्रोतों से पैसा उठा कर चैनल चलाने के आरोपों के बावजूद उनकी दुकानों पर ताले नहीं लगते!

जहां सारे दंगों को नज़रंदाज कर के सिर्फ़ एक दंगे की रिपोर्टिंग पर फ़ोकस करने के लिए राजनीतिक पार्टियां आपको पंद्रह साल तक भी पाल लेती हैं। जहां सरकारों में मंत्रियों के विभाग बंटवाने में दलाली करने से लेकर फ़ौजियों की जान जाने की वजह बन जाने तक के आरोपों के बावजूद आप कैमरा माइक लेकर छुट्टे घूम सकें, ऐसी आज़ादी और कहां?

लड़की को मकान ना मिले तो देश को बेकार बता दें, कबाब की दुकान एक घंटे बंद हो जाए तो देश को 'रहने लायक नहीं रहा' घोषित कर दें, सालों साल 'आतंक का कोई धर्म नहीं होता' का जाप करते करते अचानक 'भगवा आतंकवाद - भगवा आतंकवाद' चिल्लाने लगें और फिर भी लोग आपकी सुनते रहे, ऐसा प्रेम कहीं और कहां?

देश के टुकड़े करने का नारा लगाने वालों की पैरवी के लिए टीवी काला कर के बैठ जाएं और फिर भी लोग चैनल चलाए बैठे रहें, ऐसा सम्मान कहीं और कहां?

इसलिए हे मेरे देश के डिज़ाइनर पत्रकारों...

हैपी वर्ल्ड प्रेस फ़्रीडम डे!! ख़ुश रहो, आबाद रहो, दिल्ली रहो चाहे इस्लामाबाद रहो!

Modi surgical strike

मोदी जी की एक सर्जिकल स्ट्राइक हम देख चुके हैं -- मोदी खाली नहीं बैठा --करेगा मगर सोच समझ कर वरना और जवानो का नुक्सान हो सकता है । 

रणभेरी बजाने के लिए उतावले मेरे मित्रों को ये समझना चाहिए कि युद्ध तो आखिर युद्ध होता है --पूरी योजना से किया जाता है अन्यथा नुक्सान ही हो सकता है --छत्तीसगढ़ के नक्सली इलाकों की स्तिथि का अवलोकन किये बिना और बिना योजना बनाये वहां युद्ध छेड़ना अपने जवानों को बलि चढाने वाली बात होगी 

पाकिस्तान से युद्ध के लिए मेरे उतावले मित्र एक बात भूल जाते हैं कि वो एक पागल राक्षस प्रवत्ति का मुल्क है और एटम बम का ट्रिगर हाथ में लिए बैठा है --कुछ अंदाजा है कितने लोग मर हैं अगर उसके एटम बम पर कण्ट्रोल ना हुआ तो ??

यहाँ ये भी नहीं भूलना चाहिए कि अमेरिका जैसा शक्तिशाली देश भी उत्तरी कोरिया से युद्ध में उलझने में अभी संयम बरत रहा है जबकि उसे पता है उत्तरी कोरिया अमेरिका का कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा मगर उसे केवल एक चिंता है कि जापान और दक्षिणी कोरिया का भारी नुक्सान हो जायेगा --इसलिए अमेरिका भी ठहरा हुआ है --अभी प्लानिंग पूरी नहीं हुई है --

कुछ मित्रों ने तो यहाँ तक कह दिया विकास हम कर लेंगे मोदी जी, आप तो बस युद्ध कर पाकिस्तान का विनाश करो --कमाल है यार, फिर विकास अपने दम पर 70 वर्षों में क्यों नहीं कर लिया -आज मनमोहन को मोदी से बेहतर बताने वाले भूल रहे हैं कि पिछले डेड साल से चीन की सेना भारतीय इलाके में घुसपैठ नहीं कर रही --जबकि मनमोहन के समय में आये दिन वो हमारे इलाके में घुसे रहते थे --और सवाल किया जा रहा है आज कि आपकी और कांग्रेस सरकार में फ़र्क़ क्या है --

मुझे अफ़सोस है मित्रगण बोलते हुए शब्दों का प्रयोग सोच समझ कर नहीं कर रहे --पाकिस्तान का इलाज होगा --अवश्य होगा मगर वो कांग्रेस का दिया हुआ 70 साल पुराना कोढ़ है --ये भी याद रखना होगा 

ये भी नहीं भूलना चाहिए गरम गरम खिचड़ी में बीच में हाथ डाल दिया जाये तो हाथ भी जलेहा और मुंह भी 

क्या अपने कभी सोचा है की पाकिस्तान के युद्ध हुआ और चीन भी पाकिस्तान के तरफ से ताल ठोक दी तो क्या होगा ?

मोदी हमारे लीडर हैं और रहेंगे भी --सब उनसे सवाल कर सकते हैं मगर मेरा केवल इतना कहना है मर्यादा पार ना करें --बाकी मित्रों की इच्छा -- 

मुझे पूरा विश्वास है की मोदी जी ही बदला ले सकते हैं और पप्पू, खुजली, लालू, भालू , नीतिशूद्दीन, मुल्लायम खान या मुमताज़ बानो नहीं।

Love jihad ka saboot

जी न्यूज़ पर राहुल सिन्हा की पड़ताल ...
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मुस्लिमो द्वारा चलाया गया लव_जिहाद_का_सच---
स्थान -- मेरठ कालेज और आर जी गर्ल्स कालेज
के बाहर राहुल छुपकर बैठे है । 
तभी नई बाइक पर धूम स्टाइल में 
कुछ लडके आये ।। 
राहुल चुपचाप दोनों की पुरी बातें सुनते है । 
फिर कैमरा माइक लेकर जी न्यूज़ रिपोर्टर ने पूछा
रिपोर्टर - क्या नाम है तुम्हारा ?
जेहादी - लडखडाते हुवे जी शिवम तोमर..!!
रिपोर्टर - झूठ मै तुम दोनों की बाते सुन रहा था
ये लड़का तो तुम्हे दानिश हसन कहकर बुला रहा था..??
जेहादी - मुस्कुराते हुवे  जी जी दानिश तो मेरे घर का नाम है..!!
रिपोर्टर - मुस्लिम हो ??
जेहादी  - चुप...!!
रिपोर्टर - बोलो हिन्दू हो या मुस्लिम...??
जेहादी -  सरमाते हुवे जी मुस्लिम हूँ ...!!
रिपोर्टर - फिर हाथ में रक्षा सूत्र और गले में भगवान शंकर के फोटो वाला लाकेट क्यों पहने हो...??
जेहादी - जी हिन्दू दिखने के लिए  ताकि हिन्दू लडकी पटा सकूं ...!!
रिपोर्टर - वजह ??? 
जेहादी - हिन्दू लड़की बहुत भोली होती है वो जल्दी पट जाती है ..!!
रिपोर्टर - क्यूँ पटाते हो .??  क्या शादी करनी है ??
जेहादी -  हँसते हूवे जी नही ..!! 
मौज मस्ती करने के लिए पार्टनर भी तो चाहिए
रिपोर्टर - सिर्फ मौज मस्ती के लिए  या फिर कुछ और 
जेहादी -  जी उनका ...@*%# और उनसे थोड़ा .पैसा भी मिल जाता है ..!!
रिपोर्टर - किसी दिन पकड़े गये तो .............. ?
जेहादी -  हँसते हुवे अभी तक तो पकड़े नहीं गये ...!!
रिपोर्टर - मुस्लिम लड़की क्यूँ नहीं पटाते ...?
जेहादी -  हँसते हुवे मुस्लिम लड़की पटती नहीं है ...!!
रिपोर्टर - गाड़ी किसकी है ....??
जेहादी - मस्जिद की ..!!
रिपोर्टर - मस्जिद की मतलब ...??
जेहादी - मस्जिद से हमें गाड़ियाँ दी जाती है ..!
रिपोर्टर - पैसा कौन देता है ?
जेहादी - मुस्कुराते हुवे जी मस्जिदों से मिलता है कुछ धनवान मुस्लिम पैसे देते है 
और कहते है जाओ हिन्दू लडकियों को पटाओ 
मौज मस्ती करो और उनका धर्म परिवर्तन करो...!
पुरी इंटरव्यू का विडियो लिंक ये रहा
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Wednesday, 3 May 2017

Bahubali 2 records

"शाहरुख खान बॉलीवुड की शान है...अरे सल्लू भाई की ट्यूबलाइट आने दो सारे रिकॉर्ड टूटेंगे...अरे आमिर...अरे सैफ...अरे ये...अरे वो...!"
ये छटपटाहट आप देख रहे हैं न?उनकी ये छटपटाहट ही बताने के लिए काफी है कि राजामौली और प्रभास की इस जोड़ी ने बॉलीवुड मे 20-25 सालों से अपना प्रभुत्व जमाये हुए लोगों की रात की नींदें उड़ा दी है।
बाहुबली की सफलता बहुत से मायनो में बड़ी है।बाहुबली की लड़ाई सिर्फ पैसा कमाने के लिए नही है बल्कि बाहुबली ने पिछले 25-30 सालों से बॉलीवुड में चली आ रही उस मिथक को तोड़ा है कि फिल्मों की रिकॉर्ड कमाई करने के लिए 'खानों' की ज़रूरत पड़ती है।चाहें शिवलिंग को कंधे पर उठाना हो या शिवलिंग पर रक्त चढ़ाने वाला दृश्य,हमारे देश के बहुत से बुद्धिजीवियों को यह हिंदुत्व का 'प्रमोशन' लगता है किंतु सत्य यह है बाहुबली की ऐसी भव्यता देखकर वो भी चकित हैं कि जिस चीज़ को हम अपने पूरे कैरियर में 'आडम्बर' सिद्ध करने की कोशिश करते रहें,उन्ही चीजों को दिखाकर एक दक्षिण भारत का डायरेक्टर पहले ही दिन 201 करोड़ कमा ले गए और उसने पूरे सिनेमा जगत का रुख ही बदल दिया?अब फ़िल्म के नायक प्रभास की तुलना कुछ लोग तीनों खानों से करने लगे हैं और उन खानों की सोशल मीडिया टीम लग चुकी है इस सच्चाई पर पर्दा डालने के लिए की एक फ़िल्म हिट होने से कोई शाहरुख,आमिर,सलमान नही बन जाता...या अगली फिल्म देखते हैं कितनी चलेगी वगैरह वगैरह,मगर हज़म ये उनको भी नही हो रहा है कि बिना किसी 'खान' के कोई फिल्म इतनी बड़ी कैसे हो गयी?उससे भी बड़ी चुभन ये कि एक क्षेत्रीय कलाकार,एक क्षेत्रीय फ़िल्म डायरेक्टर ने भारत के समृद्ध इतिहास की ऐसी भव्य प्रस्तुति पूरी दुनिया के सामने रख दी है जिसको देखकर पूरी दुनिया की आँखें चौंधियां गयी हैं।राजामौली जी सच मे बधाई के पात्र हैं।

Modi bhakt hun

तीन चार दिन से फेसबुक पर देख रहा हूँ , फेसबुक पर ' वीर रस ' का सैलाब उमड़ रहा है ।
राजनाथ को छोड़ो , मोदी को लानतें भेजी जा रहीं हैं ।
ताने कसे जा रहें हैं कि मनमोहन क्या बुरे थे ?
फेसबुकिया वीर डोले शोले दिखा रहे हैं --
" मोदिया तो कायर है । "
" मोदिया सैक्यूलर हो गया है "
" मोदिया को नोबेल प्राइज की हवस हो गयी है "
" मोदिया को सत्ता सुख का चस्का लग गया है "
वामियों कामियों इस्लामियों की बांछें खिली जा रही हैं और वे भी बहती गंगा में हाथ धो रहे हैं ।
मैं भी कहता हूँ मोदीजी भी थोड़े ज्यादा ही दयालु हो रहे हैं । उन्हें पूरे भारत में #अनिवार्य #सैनिक #सेवा लागू कर देनी चाहिये और एक फेसबुक बटालियन का गठन करके इन सारे " #फेसबुक #बहादुरों " को मिलिट्री ट्रेनिंग देनी चाहिये ।
शाम को जब फचूकर फैंकते और रेंगते हुये ये फेसबुकिया वीर जब लौटें तब मोदी हाथ में बेसबॉल का डंडा लेकर इनसे पूछें कि जंग के लिये तैयार हो ?
99% फेसबुकियों के पेट के नीचे के भाग में गुड़गुड़ाहट होने लगेगी ।
अगर 40 से ऊपर के हो तो अपने बच्चे को आर्मी की भर्ती की तैयारी में लगाओ क्योंकि इस बार जो युद्ध होगा उंसमें हजारों नहीं भारत माँ के लाखों बच्चों की जरूरत होगी । तैयार हो ?
नहीं ना ?
क्योंकि आपको अपने बच्चे को डॉक्टर , इंजीनियर , आइ ए एस बनाना है , फौज में मरने के लिये तो पड़ौसी का बच्चा है ना ।
तो हे फेसबुकिया एवेंजर्स , मोदी को अपना नहीं आपका बच्चा देखना है वरना उसे क्या दिक्कत है ?
आगे नाथ ना पीछे पगहा ।
राष्ट्रीय आपातकाल में किसी की हिम्मत भी नहीं होगी जो उसके खिलाफ उंगली उठा सके ।
परमाणु युद्ध हुआ तो " अवाक्स सिस्टम " की मेहरबानी से वो पहले ही " इंटरनल टनल " के जरिये " एटॉमिक बॉम्ब प्रूफ बंकर " में चला जायेगा । पर आपका और आपके बच्चों का क्या होगा ? पल भर में भाप बन जाओगे । 
आप कहेंगे कि नक्सलियों के खिलाफ कुछ क्यों नहीं कर रहा तो भैया ये अलग अलग घटनाएं नहीं बल्कि एक ही युद्ध के तीन मोर्चे हैं । एक पाकिस्तान , दूसरा नक्सलवाद और तीसरे 20 करोड़ मोमिन । इनमें से दो तो खुले हुये हैं तीसरे के खुलते ही युद्ध शुरू हो जाएगा ।
फिर भी भुजायें ज्यादा फड़क रहीं हैं तो बनाओ एक " फेसबुकिया मिलीशिया " और जाओ बस्तर । देखें कितने नक्सलवादी ' पहचान ' पाते हो और कितने मार पाते हो ?
और हाँ कई लोग जो मेरी इस पोस्ट से विरोध जताना चाहते हैं उनका हार्दिक स्वागत है पर एक शर्त है --
अगर 40 से नीचे के हो तो नजदीक का जिम ज्वाइन करो और अपनी बढ़ी तोंद और फूले चर्बीदार गालों को अंदर करो फिर फेसबुक पर वीर रस बहाना ।
तो फिलहाल चलें जिम ?
क्या हुआ ? फूली हुई तोंद में गैस बनने लगी ??
है ना ???
तो चुपचाप गैस पास करो और मोदी को अपना काम करने दो और हां मोदी की प्रवृत्ति से उल्टी ' रहस्यमय चुप्पी ' की तुलना मनमोहन के ' सन्नाटे ' से मत करो ।
' रणनीति ' और ' बेबसी ' में अंतर समझ नहीं आता तो ये तुम्हारी मोटी बुद्धि का दोष है , मोदी का नहीं ।

कैसे गांधी जी ने एक श्लोक और एक भजन को बदला देखें

कैसे गांधी जी ने एक श्लोक और एक भजन को बदला देखें

भारत में महाभारत का एक श्लोक अधूरा  पढाया जाता है क्यों ??
शायद गांधी जी की वजह से।
"अहिंसा परमो धर्मः"
जबकि पूर्ण श्लोक इस तरह से है:-

"अहिंसा परमो धर्मः,धर्महिंसा तदैव च l

अर्थात - अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है
और धर्म की रक्षा के लिए हिंसा करना उस से भी श्रेष्ठ है..🕉

#गांधी #जी ने सिर्फ इस ☝☝#श्लोक को ही नही बल्कि उसके अलावा भी उन्होंने एक प्रशिद्ध भजन को बदल दिया 

-'रघुपति राघव राजा राम' इस प्रसिद्ध-भजन का नाम है.
."राम-धुन" .
जो कि बेहद लोकप्रिय भजन था.. गाँधी ने बड़ी चालाकी से इसमें परिवर्तन करते हुए
 अल्लाह 
शब्द जोड़ दिया..
आप भी नीचे देख लीजिए..
असली भजन और गाँधी द्वारा बेहद चालाकी से किया गया परिवर्तन..
गाँधी का भजन
रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम
सीताराम सीताराम,
भज प्यारे तू सीताराम
ईश्वर अल्लाह तेरो नाम,
सब को सन्मति दे भगवान...

** असली राम धुन भजन **
रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम
सुंदर विग्रह मेघश्याम
गंगा तुलसी शालग्राम
भद्रगिरीश्वर सीताराम
भगत-जनप्रिय सीताराम
जानकीरमणा सीताराम
जयजय राघव सीताराम
और बड़े-बड़े पंडित तथा वक्ता भी  सब जगह गाते हैं यहां तक कि मंदिरो में भी  उन्हें रोके कौन?
-अब सवाल ये उठता है कि गाँधी जी को ये अधिकार किसने दिया की,.. हमारे 'श्रीराम को सुमिरन' करने के भजन में ही अल्लाह को घुसा दे..
(अल्लाह का हमसे क्या संबंध?)
-इस भजन को जिन्होंने बनाया था उनका नाम था लक्ष्मणाचार्य 
ये भजन 
"श्री नमः रामनायनम" 
नामक हिन्दू-ग्रन्थ से लिया गयाहै 
परन्तु 
मोहनदास-गाँधी ने इसमें किसकी आज्ञा से मिलावट की,
 क्या उसने 'लक्ष्मणाचार्यजी' से अनुमति ली!
कोई भी हमारे धर्मग्रंथोंऔर पूजा पद्धिति भजनों में मिलावट करने का  अधिकार रखता है?
हम आप लोगों से निवेदन करेंगे कि, गाँधी के इस मिलावट वाले भजन को तुरंत हटाएं और असली-भजन को गाएँ 
आप इस मूव रामधुन भजन का अपमान बिलकुल भी न करें, 
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                    यथाप्राप्त प्रेषित