Tuesday 24 September 2019

दिखावा vs हकीकत

*दिखावा vs हकीकत*

सर में भयंकर दर्द था सो अपने परिचित केमिस्ट की दुकान से सर दर्द की गोली लेने रुका। दुकान पर नौकर था, उसने मुझे गोली का पत्ता दिया तो उससे मैंने पूछा गोयल साहब कहाँ गए हैं, तो उसने कहा साहब के सर में दर्द था सो सामने वाली दुकान में कॉफी पीने गये हैं अभी आते होंगे!
मैं अपने हाथ मे लिए उस दवाई के पत्ते को देख रहा था ?
🤔🤔

माँ का ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ा हुआ था, सो सवेरे सवेरे उन्हें लेकर उनके पुराने डॉक्टर के पास गया, क्लिनिक से बाहर उनके गार्डन का नज़ारा दिख रहा था जहां डॉक्टर साहब योग और व्यायाम कर रहे थे मुझे करीब 45 मिनिट इंतज़ार करना पड़ा। 
कुछ देर में डॉक्टर साहब अपना नींबू पानी लेकर क्लिनिक आये और माँ का चेकअप करने लगे। उन्होंने मम्मी से कहा आपकी दवाइयां बढ़ानी पड़ेंगी और एक पर्चे पर करीब 5 या 6 दवाइयों के नाम लिखे। उन्होंने माँ को दवाइयां रेगुलर रूप से खाने की हिदायत दी। बाद में मैंने उत्सुकता वश उनसे पूछा कि क्या आप बहुत समय से योग कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि पिछले 15 साल से वो योग कर रहे हैं और ब्लड प्रेशर व अन्य बहुत सी बीमारियों से बचे हुए हैं!

मैं अपने हाथ मे लिए हुए माँ के उस पर्चे को देख रहा था  जिसमे उन्होंने BP और शुगर कम करने की कई दवाइयां लिख रखी थी?
🤔🤔

अपनी बीवी  के साथ एक ब्यूटी पार्लर गया। मेरी बीवी को हेयर ट्रीटमेंट कराना था क्योंकी उनके बाल काफी खराब हो रहे थे। रिसेप्शन में बैठी लड़की ने उन्हें कई पैकेज बताये और उनके फायदे भी। पैकेज 1200 से लेकर 3000 तक थे कुछ डिस्काउंट के बाद मेरी बीवी को उन्होंने 3000 रु वाला पैकेज 2400रु में कर दिया। हेयर ट्रीटमेंट के समय उनका ट्रीटमेंट करने वाली लड़की के बालों से अजीब सी खुशबू आ रही थी मैंने उससे पूछा कि आपने क्या लगा रखा है कुछ अजीब सी खुशबू आ रही है, तो उसने कहा उसने तेल में मेथी और कपूर मिला कर लगा रखा है इससे बाल सॉफ्ट हो जाते हैं और जल्दी बढ़ते हैं।
मैं अपनी बीवी की शक्ल देख रहा   था जो 2400 रु में अपने बाल अच्छे कराने आई थी।
🤔🤔🤔

मेरी रईस कज़िन जिनका बड़ा डेयरी फार्म है उनके फार्म पर गया। फार्म में करीब 150 विदेशी गाय थी जिनका दूध मशीनों द्वारा निकाल कर प्रोसेस किया जा रहा था। एक अलग हिस्से में 2 देसी गैया हरा चारा खा रही थी। पूछने पर बताया उनके घर उन गायों का दूध नही आता जिनका दूध उनके डेयरी फार्म से सप्लाई होता है, बल्कि परिवार के इस्तेमाल के लिए इन 2 देसी गायों का दूध, दही व घी इस्लेमाल होता है।
 
मै उन लोगों के बारे में सोच रहा था जो ब्रांडेड दूध को बेस्ट मानकर खरीदते हैं।
🤔🤔🤔

एक प्रसिद्ध रेस्टुरेंट जो कि अपनी विशिष्ट थाली और शुद्ध खाने के लिए प्रसिद्ध है हम खाना खाने गये।
निकलते वक्त वहां के मैनेजर ने बडी विनम्रता से पूछा सर खाना कैसा लगा, हम बिल्कुल शुद्ध घी तेल और मसाले यूज़ करते हैं, हम कोशिश करते हैं बिल्कुल घर जैसा खाना लगे।
मैंने खाने की तारीफ़ की तो उन्होंने अपना विजिटिंग कार्ड देने को अपने केबिन में गये। काउंटर पर एक 3 डब्बों का स्टील का टिफिन रखा था। एक वेटर ने दूसरे से कहा "सुनील सर का खाना अंदर केबिन में रख दे, बाद में खाएंगे"। मैंने वेटर से पूछा क्या सुनील जी यहां नही खाते तो उसने जवाब दिया "सुनील सर कभी बाहर नही खाते, हमेशा घर से आया हुआ खाना ही खाते हैं"

मैं अपने हाथ मे 1670 रु के बिल को देख रहा था।
🤔🤔🤔🤔

ये कुछ वाकये हैं जिनसे मुझे समझ आया कि हम जिसे सही जीवन शैली समझते हैं वो हमें भृमित करने का जरिया मात्र है। हम कंपनियों ATM मात्र हैं जिसमें से कुशल मार्केटिंग वाले लोग मोटा पैसा निकाल लेते हैं।

अक्सर जिन चीजों को हमे बेचा जाता है उन्हें बेचने वाले खुद इस्तेमाल नही करते।
  
*हम फार्वड पोस्ट पर खूब हंसते हैं। अपनो के लिखे विचारों चाहे कविता  लेख हों महत्वहीन समझ इग्नोर करते हैं। 🙏🙏

Sunday 22 September 2019

Shrad ka mahatv

क्या हमारे ऋषि मुनि पागल थे?
जो कौवों के लिए खीर बनाने को कहते थे?
और कहते थे कि कौवों को खिलाएंगे तो हमारे पूर्वजों को मिल जाएगा?
नहीं, हमारे ऋषि मुनि क्रांतिकारी विचारों के थे।
*यह है सही कारण।*

तुमने किसी भी दिन पीपल और बरगद के पौधे लगाए हैं?
या किसी को लगाते हुए देखा है?
क्या पीपल या बड़ के बीज मिलते हैं?
इसका जवाब है ना.. नहीं....
बरगद या पीपल की कलम जितनी चाहे उतनी रोपने की कोशिश करो परंतु नहीं लगेगी।
कारण प्रकृति/कुदरत ने यह दोनों उपयोगी वृक्षों को लगाने के लिए अलग ही व्यवस्था कर रखी है।
यह दोनों वृक्षों के टेटे कौवे खाते हैं और उनके पेट में ही बीज की प्रोसेसीग होती है और तब जाकर बीज उगने लायक होते हैं। उसके पश्चात
कौवे जहां-जहां बीट करते हैं, वहां वहां पर यह दोनों वृक्ष उगते हैं।
पीपल जगत का एकमात्र ऐसा वृक्ष है जो round-the-clock ऑक्सीजन O2  छोड़ता है और बरगद के औषधि गुण अपरम्पार है।
देखो अगर यह दोनों वृक्षों को उगाना है तो बिना कौवे की मदद से संभव नहीं है इसलिए कौवे को बचाना पड़ेगा।
और यह होगा कैसे?
मादा कौआ भादो महीने में अंडा देती है और नवजात बच्चा पैदा होता है। 
तो इस नयी पीढ़ी के उपयोगी पक्षी को पौष्टिक और भरपूर आहार मिलना जरूरी है इसलिए ऋषि मुनियों ने
कौवों के नवजात बच्चों के लिए हर छत पर श्राघ्द के रूप मे पौष्टिक आहार 
की व्यवस्था कर दी।
जिससे कि कौवों की नई जनरेशन का पालन पोषण हो जाये......

इसलिए दिमाग को दौड़ाए बिना श्राघ्द करना प्रकृति के रक्षण के लिए नितांत आवश्यक है।
घ्यान रखना जब भी बरगद और पीपल के पेड़ को देखो तो अपने पूर्वज तो याद आएंगे ही क्योंकि उन्होंने श्राद्ध दिया था इसीलिए यह दोनों उपयोगी पेड़ हम देख रहे हैं।
🙏सनातन धर्म पे उंगली उठाने वालों, पहले सनातन धर्म को जानो फिर उस पर ऊँगली उठाओ।जब आपके विज्ञान का वि भी नही था हमारे सनातन धर्म को पता था कि किस बीमारी का इलाज क्या है, कौन सी चीज खाने लायक है कौन सी नहीं...? अथाह ज्ञान का भंडार है हमारा सनातन धर्म और उनके नियम, मैकाले के शिक्षा पद्धति में पढ़ के केवल अपने पूर्वजों, ऋषि मुनियों के नियमों पर ऊँगली उठाने के बजाय , उसकी गहराई को जानिये🙏

Thursday 20 June 2019

Instant Karma

🙏  #कर्म_एक_सीख 🙏

एक भिखारी रोज एक दरवाजें पर जाता और भिख के लिए आवाज लगाता, और जब घर मालिक बाहर आता तो उसे गंदीगंदी गालिया और ताने देता, मर जाओ, काम क्यूं नही करतें, जीवन भर भीख मांगतें रहोगे, कभीकभी गुस्सें में उसे धकेल भी देता, पर भिखारी बस इतना ही कहता, ईश्वर तुम्हारें पापों को क्षमा करें,

एक दिन सेठ बड़े गुस्सें में था, शायद व्यापार में घाटा हुआ था, वो भिखारी उसी वक्त भीख मांगने आ गया, सेठ ने आओ देखा ना ताओ, सीधा उसे पत्थर से दे मारा, भिखारी के सर से खून बहने लगा, फिर भी उसने सेठ से कहा ईश्वर तुम्हारें पापों को क्षमा करें, और वहां से जाने लगा, सेठ का थोड़ा गुस्सा कम हुआ, तो वहां सोचने लगा मैंने उसे पत्थर से भी मारा पर उसने बस दुआ दी, इसके पीछे क्या रहस्य है जानना पड़ेगा, और वहां भिखारी के पीछे चलने लगा,

भिखारी जहाँ भी जाता सेठ उसके पीछे जाता, कही कोई उस भिखारी को कोई भीख दे देता तो कोई उसे मारता, जालिल करता गालियाँ देता, पर भिखारी इतना ही कहता, ईश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करें, अब अंधेरा हो चला था, भिखारी अपने घर लौट रहा था, सेठ भी उसके पीछे था, भिखारी जैसे ही अपने घर लौटा, एक टूटी फूटी खाट पे, एक बुढिया सोई थी, जो भिखारी की पत्नी थी, जैसे ही उसने अपने पति को देखा उठ खड़ी हुई और भीख का कटोरा देखने लगी, उस भीख के कटोरे मे मात्र एक आधी बासी रोटी थी, उसे देखते ही बुढिया बोली बस इतना ही और कुछ नही, और ये आपका सर कहा फूट गया?

भिखारी बोला, हाँ बस इतना ही किसी ने कुछ नही दिया सबने गालिया दी, पत्थर मारें, इसलिए ये सर फूट गया, भिखारी ने फिर कहा सब अपने ही पापों का परिणाम हैं, याद है ना तुम्हें, कुछ वर्षो पहले हम कितने रईस हुआ करते थे, क्या नही था हमारे पास, पर हमने कभी दान नही किया, याद है तुम्हें वो अंधा भिखारी, बुढिया की ऑखों में ऑसू आ गये और उसने कहा हाँ,
कैसे हम उस अंधे भिखारी का मजाक उडाते थे, कैसे उसे रोटियों की जगह खाली कागज रख देते थे, कैसे हम उसे जालिल करते थे, कैसे हम उसे कभी_कभी मार वा धकेल देते थे, अब बुढिया ने कहा हाँ सब याद है मुजे, कैसे मैंने भी उसे राह नही दिखाई और घर के बनें नालें में गिरा दिया था, जब भी वहाँ रोटिया मांगता मैंने बस उसे गालियाँ दी, एक बार तो उसका कटोरा तक फेंक दिया,

और वो अंधा भिखारी हमेशा कहता था, तुम्हारे पापों का हिसाब ईश्वर करेंगे, मैं नही, आज उस भिखारी की बद्दुआ और हाय हमें ले डूबी,
फिर भिखारी ने कहा, पर मैं किसी को बद्दुआ नही देता, चाहे मेरे साथ कितनी भी जात्ती क्यू ना हो जाए, मेरे लब पर हमेशा दुआ रहती हैं, मैं अब नही चाहता, की कोई और इतने बुरे दिन देखे, मेरे साथ अन्याय करने वालों को भी मैं दुआ देता हूं, क्यूकि उनको मालूम ही नही, वो क्या पाप कर रहें है, जो सीधा ईश्वर देख रहा हैं, जैसी हमने भुगती है, कोई और ना भुगते, इसलिए मेरे दिल से बस अपना हाल देख दुआ ही निकलती हैं,

सेठ चुपकेचुपके सब सुन रहा था, उसे अब सारी बात समझ आ गयी थी, बुढेबुढिया ने आधी रोटी को दोनो मिलकर खाया, और प्रभु की महिमा है बोल कर सो गयें,

अगले दिन, वहाँ भिखारी भिख मांगने सेठ कर यहाँ गया, सेठ ने पहले से ही रोटिया निकल के रखी थी, उसने भिखारी को दी और हल्की से मुस्कान भरे स्वर में कहा, माफ करना बाबा, गलती हो गयी, भिखारी ने कहा, ईश्वर तुम्हारा भला करे, और वो वहाँ से चला गया,
सेठ को एक बात समझ आ गयी थी, इंसान तो बस दुआ_बद्दुआ देते है पर पूरी वो ईश्वर वो जादूगर कर्मो के हिसाब से करता हैं,,,,,,,,

हो सके तो बस अच्छा करें, वो दिखता नही है तो क्या हुआ, सब का हिसाब पक्का रहता है उसके पास ।।

.......मेरा पूरा पोस्ट पढ़ने के लिए शुक्रिया इस तरह का पोस्ट पढ़ना आपको अच्छा लगता हो तो मुझे सिर्फ फॉलो भी कर सकते हैं  हम हमेशा कुछ ना कुछ पोस्ट लेकर ही आएंगे जो आपके दिल को छू जाएगा शुक्रिया आपका धन्यवाद दिल से आपका दोस्त..

🙏🙏🙏🙏

Wednesday 13 February 2019

Congress vs BJP

गधे ने बाघ से कहा, 'घास नीली है।' बाघ ने कहा, 'घास हरी है।'
फिर दोनों के बीच चर्चा तेज हो गई। दोनों ही अपने-अपने शब्दों में दृढ़ हैं। इस विवाद को समाप्त करने के लिए, दोनों जंगल के राजा शेर के पास गए।

पशु साम्राज्य के बीच में, सिंहासन पर बैठा एक शेर था। बाघ के कुछ कहने से पहले ही गधा चिल्लाने लगा। "महाराज, घास नीला है ना?" शेर ने कहा, 'हाँ! घास नीली है। '

गधा, 'ये बाघ नहीं मान रहा। उसे ठीक से सजा दी जाए। 'राजा ने घोषणा की,' बाघ को एक साल की जेल होगी। राजा का फैसला गधे ने सुना और वह पूरे जंगल में खुशी से झूम रहा था। बाघ को एक साल की जेल की सजा सुनाई गई। '

बाघ शेर के पास गया और पूछा, 'क्यों महाराज! घास हरी है, क्या यह सही नहीं है? 'शेर ने कहा,' हाँ! घास हरी है। 'बाघ ने कहा,' ... तो मुझे जेल की सजा क्यों दी गई है? '

सिंह ने कहा, "आपको घास नीले या हरे रंग के लिए सजा नहीं मिली। आपको उस मूर्ख गधे के साथ बहस करने के लिए दंडित किया गया है। आप जैसे बहादुर और बुद्धिमान जीव ने गधे से बहस की और निर्णय लेने के लिए मेरे पास आये।"

कहानी का सार .... ....
2019 में अपना वोट सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार को दें .... बस गधों से बहस न करें या आपको अगले 5 साल तक की सजा हो जाएगी। 😅😂🤣

Monday 28 January 2019

How to save money

⏰ *विज्ञान हमें कहां से कहां ले आया!!*

*पहले*:-वो कुँए का मैला पानी
पीकर भी 100 वर्ष जी लेते थे!
*अब* :-RO का शुद्ध पानी
पीकर 40वर्ष में बुढ़े हो रहे हैं!🥛 

*पहले*:-वो घानी का मैला तेल
खाके बुढ़ापे में मेहनत करते थे।
🍯 *अब*:-हम डबल-फ़िल्टर तेल
खाकर जवानी में हाँफ जाते हैं
 
*पहले*:-वो डले वाला नमक
खाके बीमार ना पड़ते थे।
*अब*:-हम आयोडीन युक्त खाके
हाई-लो बीपी लिये पड़े हैं !🍧

*पहले* :-वो नीम-बबूल,कोयला
नमक से दाँत चमकाते थे,और
🤑 80 वर्ष तक भी चबाके खाते थे
*अब*:-कॉलगेट सुरक्षा वाले
डेंटिस्ट के चक्कर लगाते हैं!

*पहले* :-वो नाड़ी पकड़कर
रोग बता देते थे
*अब*:-आज जाँचे कराने 
पर भी रोग नहीं जान पाते हैं! 🔦

*पहले*:-वो 7-8 बच्चे जन्मने
वाली माँ 80वर्ष की अवस्था में
भी खेत का काम करती थी।
*अब* :-पहले महीने से डॉक्टर
🌝की देख-रेख में रहते हैं |फिर भी
बच्चे पेट फाड़कर जन्मते हैं!

*पहले* :-काले गुड़ की मिठाइयां
ठोक-ठोक के खा जाते थे !
*अब*:-खाने से पहले ही 
शुगर की बीमारी हो जाती है!🍓

*पहले* :-बुजुर्गों के भी 
घुटने नहीं दुखते थे !
🧖‍♂*अब* :-जवान भी घुटनों 
और कमर दर्द से कहराता है!

*पहले*:- 100w के बल्ब 💡
जलाते थे तो बिजली का बिल 
200 रुपये आता था !
*अब*:-9w की c.f.l में 
2000 का बिल आता है! 

*आखीर समझ मे नहीं आता ये*
*विज्ञान का युग है या अज्ञान का?*
    😲🤗😩

Tuesday 22 January 2019

Mahagathbandhan ka sach

*प्रशासक समिति*✊🚩

😎🚩
*कोलकता की रैली में फारुख अब्दुल्ला दहाड़े मार मार कर रो रहे थे कि मोदी ने कश्मीर को बर्बाद कर दिया । कश्मीरी नों जवानों पर सेना गोली बरसा रही है । हमारे लोगो को हिन्दू- मुस्लिम में बांटा जा रहा है । भाई चारा खत्म कर दिया इस सरकार ने । फारुख अब्दुल्ला जी दिलीप कुमार कौल वह शख्स हैं जिन्होंने बांदीपोरा,कश्मीर के एक चौराहे पर 25.6.1990 को गिरिजा टिक्कू की आरे से काटी गई सिर से लेकर 'नीचे' तक दो हिस्सों में बटी देह देखी थी ।* *पोस्टमार्टम के बाद गिरिजा टिक्कू की देह को फिर से चमड़े के धागे से सिला गया था  उम्र थी सिर्फ 23 वर्ष ज़िंदा शरीर को दो हिस्सों में काटने से पहले गिरिजा को हिन्दू होने की सज़ा दी गई थी, दर्जनों जेहादियों ने उनके साथ बर्बर बलात्कार भी किया था ।*
            *कश्मीरी पंडितों को ''काफिर हिन्दू' जा रहा है'' कहकर राह चलते गालियां दी जाती थीं । सरला भट्ट नामक कश्मीरी हिन्दू नर्स के साथ मेडिकल कालेज में बर्बर बलात्कार हुआ था, फिर हत्या हुई शरीर पर सैकड़ों ज़ख्म थे । एक हिन्दू नारी देशभक्त होने की सज़ा दी गई थी । मृत शरीर के साथ अत्याचार लगभग हर हिन्दू को घाटी में 12-24 घंटे भीषणतम अत्याचार और सता कर मारा गया था ।*
             *1989 भारतीय जीवन निगम के बिहार से सम्बद्ध दो डायरेक्ट रिक्रूट ऑफिसर्स को निशात बाग,श्रीनगर में एक लकड़ी की हट में बंद कर आग लगा दी गई एक की हट में ही जलकर मृत्यु हो गई दूसरा बामुश्किल गंभीर हालत में बचाया जा सका लेकिन सुनते हैं कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए दोनों ने देशभक्त हिन्दू होने की सज़ा भुगती ।*
😡😡😡😎😎😡😡😡
                *अनुपम खेर के मामा और मामी रैनाबाड़ी, श्रीनगर मोहल्ले में रहते थे मामा-मामी ने रिटायर होने के बाद शानदार घर बनवाया था । गृहप्रवेश की पूजा के चंद दिन बाद एक मौलाना प्रकट हुए अनुपम खेर की मामी से कहा कि "यह घर हम खरीदना चाहते हैं " अनुपम खेर की मामी हतप्रभ रह गईं  मौलाना को डांट लगाई कि एकदम नए घर को उन्होंने खरीदने ( कब्ज़ा) की इच्छा कैसे ज़ाहिर की मौलाना चला गया धमकी देकर ।*
             *अगले दिन ब्रह्ममहूर्त में जब खेर की मामी घर के पिछवाड़े में स्थित अपने घर के आंगन में तुलसी को पानी देने गईं तो वह बेहोश होकर गिर पड़ीं घर के आंगन के बीचों-बीच पड़ोसी कश्मीरी पंडित का कटा सिर पड़ा था मौलाना ने धमकी को कार्यरूप दे दिया था चंद रोज़ बाद मामा-मामी घर बन्द कर हमेशा के लिए जम्मू भाग आये ।*
            *सुरक्षाबलों पर 40 साल से जूते-चप्पल फेंकें जा रहे हैं आर्मी के जवान के मुंह पर कश्मीरी अलगाववादी बच्चा कहता है  "गाय तुम्हारी माता है.. हम उसको खाता है " । 70 साल से हमारे सुरक्षाबल खून का घूंट पीकर  घाटी में अपना खून बहा रहे हैं कब तक खून बहाएंगे कुछ पता नहीं । बिट्टा कराटे टीवी स्क्रीन पर कहता है कि 40 कश्मीरी पंडितों की हत्या के बाद उसने लाशें गिनना छोड़ दिया था ! यासीन मलिक ने एयरफोर्स के 4 अधिकारियों पर हैंडग्रेनेड फेंक कर हत्या की स्वीकारोक्ति एक विदेशी चैनल पर की थी । आज तक 1500 कश्मीरी पंडितों के हत्यारों पर एक भी FIR नहीं हुई कोई मुकदमा नहीं चला जेल की बात कौन करें ।*
            *कितने लोग जानते हैं कि भारतीय राजनयिक रवींद्र म्हात्रे की हत्या मकबूल बट्ट ने क्यों की थी । कश्मीरी पंडितों की हत्या होती रहीं सभी राजनीतिक पार्टियां क्यों खामोश रहीं श्रीनगर में स्थित संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षक और एमनेस्टी इंटरनेशनल कश्मीरी पंडितों की लाशों की ओर देखने तक से इनकार क्यों करते रहे ।*
🧐🧐😎😎
             *दरअसल हिन्दू ने कभी किसी दूसरे हिन्दू को अपना भाई आत्मीय माना ही कब ? सैकड़ों सदियों का इतिहास है यह घाटी से हिन्दू भागता नहीं तो क्या करता ? जब सब साथ छोड़ चुके थे ।*
खैर *इन सब बातों को बंगाली हिन्दू अभी नही समझेगा*, 
     *जब समझ आएगी तब तक बोरिया बिस्तर बाँध कर पलायन करना होगा ।*
खैर *हम तो MP में है,राजस्थान में रहते हैं, उत्तर प्रदेश में रहते हैं, मुझे क्या फर्क पड़ता है इन सब बातों से* *?????*
👿👿👿⚫⚫😡😡😡
*यही मानसिकता हम हिन्दुओ के पतन कारण है ।।*
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*जागो, हिन्दुओ, जागो।।*
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
*जय अखण्ड सत्य सनातन राष्ट्रम*🚩

🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉

Sunday 20 January 2019

SP BSP Gathbandhan

*हां , पता नहीं मुलायम सिंह यादव के दिल पर आज क्या गुज़र रही होगी* 
   गौरतलब है कि बसपा के समर्थन से जब मुलायम सिंह यादव मुख्य मंत्री बने थे तब बहुत चाहा था उन्होंने कि मायावती उप मुख्य मंत्री बन जाएं । ताकि जैसे-तैसे वह काबू में रहें । लेकिन मायावती ने उप मुख्य मंत्री बनने से बारंबार इंकार किया । मुलायम के काबू में कभी नहीं आईं । हर बार दिल्ली से कांशीराम के साथ लखनऊ आतीं और मुलायम से मोटी रकम वसूल कर वापस हो जातीं । और जब बहुत हो गया तो मुलायम ने हाथ खड़ा कर दिया। नियमित पैसा देने से इंकार कर दिया । नाराज हो कर कांशीराम ने समर्थन वापसी के संकेत देने शुरू किए । अंतिम बातचीत के लिए कांशीराम और मायावती एक बार फिर लखनऊ आए । स्टेट गेस्ट हाऊस में ठहरे । मुलायम को बुलवाया । मुलायम पेश हुए । कमरे में दो ही कुर्सी थी । एक पर कांशीराम आसीन थे , दूसरे पर मायावती । मुख्य मंत्री मुलायम सिंह यादव खड़े-खड़े बात करते रहे ।

जाने क्या बात हुई कि मुलायम सिंह ने बात ही बात में खड़े-खड़े अपने कान पकड़ लिए । मायावती , कांशीराम के सामने कान पकड़े खड़े मुलायम की फ़ोटो खिंचवा ली गई और कांशीराम ने उसे लखनऊ के दैनिक जागरण अख़बार में छपवा दिया । कांशीराम तो दिल्ली चले गए थे पर पैसा उगाही के लिए मायावती लखनऊ में डटी रही थीं । फ़ोटो देखते ही सपा मुखिया मुलायम सहित सपा के गुंडों का खून खौल गया । मुलायम सिंह का संकेत मिलते ही सपाई गुंडों ने 2 जून , 1994 की सुबह-सुबह गेस्ट हाऊस में ठहरीं मायावती पर हमला बोल दिया । इरादा मायावती की हत्या का था । लेकिन उस समय गेस्ट हाऊस में उपस्थित भाजपा विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने बड़ी फुर्ती से मायावती को उन के कमरे में धकेल कर बंद कर दिया। जिसे मायावती ने भी भीतर से बंद कर लिया । मायावती के कमरे के फोन का तार काट दिया गया । पर मायावती के पास पेजर था । वह पेजर का सीमित उपयोग करती रहीं। एक दलित पुलिस अफसर विजय भूषण जो उस समय सी ओ हज़रतगंज थे , लगातार वायरलेस मेसेज करते रहे , जिसे सुनने वाला कोई नहीं था । आज के डी जी पी , उत्तर प्रदेश , ओ पी सिंह तब लखनऊ के एस एस पी हुआ करते थे , वह भी ख़ामोश थे । लेकिन मायावती का सौभाग्य था कि जब गेस्ट हाऊस पर सपाई गुंडे मायावती की हत्या के लिए हमलावर थे , ज़ी न्यूज की टीम वहीँ थी । पर इस से बेखबर सपाई गुंडे अपना काम करते रहे थे । न्यूज़ में यह घटना देखते ही उसी दिन अटल बिहारी वाजपेयी ने यह मामला लोकसभा में उठा दिया । नतीज़े में मायावती को भारी सुरक्षा मिल गई थी ।

मायावती की जान बच गई थी । बसपा के समर्थन वापसी से मुलायम सरकार का पतन हो चुका था । जल्दी ही मायावती अटल जी के आशीर्वाद से उत्तर प्रदेश की मुख्य मंत्री बन गईं । अटल जी के आशीर्वाद और भाजपा की मदद से तीन बार मुख्य मंत्री बनी मायावती को एक मौका जब मिला कि वह अटल जी के प्रति कृतज्ञता जताएं तब उन्हों ने कृतघ्नता जताई । अटल जी को लोकसभा में समर्थन देने का वादा कर के ऐन समय पर मुकर गईं । अटल जी की सरकार गिर गई थी । जीवनदान और राजनीतिक जीवनदान देने वाले अटल जी की जब मायावती नहीं हुईं तो अखिलेश यादव या किसी और की कितनी होंगी यह आने वाला समय बताएगा । रही बात अखिलेश यादव की तो वह जब अपने पिता मुलायम सिंह यादव के नहीं हुए , पिता की पीठ में छुरा घोंप दिया तो किस के होंगे भला । जो भी हो , अभी तो मोदी की बाढ़ में अपनी-अपनी जान बचाने के लिए गठबंधन के पेड़ पर सांप और नेवले एक साथ खड़े हैं। देखना दिलचस्प होगा कि बहता कौन है और बचता कौन है । या कि बाढ़ ही विदा हो जाती है । कौन जानता है कि कब क्या होगा । राजनीति में कब क्या हो जाए , कौन किस का हो जाए , कौन जानता है भला । 
वसीम बरेलवी ने लिखा ही है :

*उसी को जीने का हक़ है जो इस ज़माने में।*
*इधर का लगता रहे और उधर का हो जाए ।।*

Maha Gathbandhan

चमगादड़ उल्लूगण
 फिर से घात लगाये बैठे हैं ।
अँधकार के जीव नयन 
    मे प्रात सजाये बैठे हैं ।

काले विषधर निकले बिल 
  से बार बार फुफकार रहे ।
स्यार सिंह के द्वार खड़े हैं 
    बार बार ललकार रहे ।

बिल्ली आ कर रूदन कर 
   रही ऊँटों के दरबारों में ।
नकटी फिर ड्रामा करती 
   है जुटी हुई मनुहारों मे ।

सॉप नेवले एक हो गये 
    शेर पराजित करने में ।
सिंहासन पर लगे हुये हैं 
   गधा विराजित करने में ।

नागिन नाच रही है कातिल
  बिच्छू की बारातों में ।                                               
खड़े हुये हैं मगरमच्छ 
 भी जनवासी जामातों मे ।

रोड लाइट हैं सिर पर 
 रखे खच्चर राग सुनाते हैं ।
सुअर खौरहे कुछ कुत्ते 
मिल कर के ढोल बजाते हैं ।

टर्र टर्र मेंढक करते हैं 
   बन्दर ज्ञान सिखाते हैं ।
कोयल चुप है काले कौव्वे
   कॉव कॉव चिल्लाते हैं ।

आज भेड़िये सोंच रहे हैं 
   कैसे हम प्रतिकार करें ।
मच्छर मक्खी जुगुनू कैसे
  गीदड़ को स्वीकार करें ।

कही शेर आ गया अगर 
  तो बोलो साथी क्या होगा ।
गर्दभ की चीपों चीपों का
  और हाथी का क्या होगा ।

उदविलाव और नीलगाय 
 के वंशज दूर निराश खड़े ।
हिरन चौकड़ी भरकर कहता
   गीदड़ पर विश्वास करें ।

कच्छप और खरगोशो 
 की दौड़ नही होने वाली ।
अब घोड़ो की मनमोहक 
 घुड़ दौण नही होने वाली ।

गैंडा कहता है भालू से 
 हमको भाई फिकर नही ।
स्यार स्यार है शेर शेर है
 सत्य स्यार में जिगर नही ।

भैंसा कहता क्या मतलब 
 है मुझको न कुछ करना है ।
तब भी मुझको घास था चरना 
  अब भी घास ही चरना है । 

मैंनाये रो रही है कातर 
 गरूड़ पुकारे त्राहि माम ।
आस भरे तोते रटते है 
 किन्तु अभी तक सियाराम ।

जंगल का माहौल है बिगड़ा
   वन को कौन संभालेगा ।
विजयी सिंह बने फिर से 
 वह सिक्का कौन उछालेगा ।

हे जीवों परजीवों सुन लो
 अगर कही तुम चूके फिर ।
गीदण की जमात मे घुस कर
   कुत्ते बनकर भूँके फिर ।

निश्चित है तब कोई 
 बचाने तुम्हे यहॉ न आयेगा ।
लोहा लेगा शेर ही अरि 
   से, गधा ठहर न पायेगा ।

सोंच विचार अभी कर लो 
  नया एक दंगल होगा ।
शेर अगर विजयी होगा 
 तो जंगल मे मंगल होगा ।

"--सिंहनादी--"🙏(आशा ही नही पूर्ण विश्वास है ,खूब शेयर करेंगे आप )

Friday 18 January 2019

Insurance for life

दोस्तो commission मिलता है , इसलिये Insurance Agent आपकें पीछे लगते हैं ... आपकी यह धारणा बिलकुल गलत है :....

1. आप जानते हो अगर आप कपडे खरीदते हो, तो उसके मलिक को 10 से  25% तक commission मिलता है, तो क्या आप कपडे खरीदना छोड देते हो??

2. अगर आप 50 लाख का घर खरीदते हो, तो उस बिल्डर को 2.5 लाख मिलते है, तो क्या आप घर खरीदना छोड देते हो??

3.ड्राइविंग लायसेन्स निकालने के लिये 200 रुपये लगते है, फिर भी आप उसके लिए RTO  agent को आप 2000 रुपये देते हो...

4. मरने के बाद सब कुछ यही छोड जाना है, सिर्फ ये बताने के लिये... साधू महाराज 20000 रुपये ले लेते है..

   बस इतना बताना चाहता हूँ कि, जब भी हम कुछ करते है.तो उसमे दुसरो को क्या मिलता है, इसके अलावा हमें क्या मिलता है, इस पर अगर ज्यादा गौर किया तो हम जिंदगी मे ज्यादा खुश रहेंगे..

Insurance AGENT पैसो के लिये आपकें पीछे नही लगता बल्कि.....

1. आपके पीछे आपके बीबी  बच्चो को किसी के सामने हाथ फैलाने की नौबत ना आये, इसलिये Insurance agent आपके पीछे लगता है।

2. बुढ़ापे मे जब पास का जमा पैसा  खत्म होने लगे और बच्चे भी ना संभाले, उस वक्त भी आप सर उठा कर जी सकें इसलिये Insurance agent आपकें पीछे लगता है।

3. आपके बच्चो के पढाई , लिखाई और शादी ब्याह के लिये किसी बैंक या फिर किसी रिश्तेदार के दरवाजे पे खडा ना रहना पडे, इसलिये Insurance एजेंट  आपकें पीछे लगता है।

4. और सबसे महत्वपूर्ण , आज की इस महंगाई के जमाने में, एक विधवा औरत को लाचारी से बचाने के लिये Insurance agent आपके पीछे लगता है। 

वैसे भी दुनिया की रीति है कि अच्छी चीजें इन्सान को घर घर जाकर बेचनी पडती है और व्यर्थ के लिए हम लाइन लगाते हैं। जैसे कि दूध वाले को घर घर जाकर दूध बेचना पड़ता है और शराब के लिए हम लाइन में लगते हैं। 

   इन्सान की मृत्यू के बाद आज financial हेल्प करने के लिए सगा भाई तक सामने  नही आता, लेकिन ऊस वक्त ये Insurance co अपने agent के जरिये आपकी सहायता करने के लिए भगवान की तरह दौडी दौड़ी आती है और इसलिये वो agent दिन भर घर घर भटकता रहता है , और आपकें पिछे पडा रहता है।
 विकसित देशों में Insurance सरकार की तरफ से ही  अनिवार्य है, लेकिन अपने यहां ये लोगों के घर घर जाकर समझाना पडता । 
विचार कीजिए और आज ही अपने Insurance agent को बुलाकर उचित बीमा लीजिए।

Thursday 17 January 2019

Women psychology

(परम ज्ञान .....बीबी हमेशा सही होती है !)

रात को कमरे का ताला खराब हो गया था। 
बीबी ने टार्च ली और मुझे साथ लेकर ताला ठीक करने चली। 
बीबी ने टार्च मुझे थमाई और खुद ताला खोलने में लग गई 
काफी समय गुजर गया लेकिन ताला खुलने का नाम ही नही ले रहा था 
बीबी का पारा सातवें आसमान को छूने लगा। 
फिर उसने टार्च पकड़ ली और मुझे कहा कि तुम कोशिश करो। 
मैंने कोशिश की और ताला झट से खुल गया। 
बीबी मुझ पर बरस पड़ी और कहने लगी 

*अब पता चला??  टार्च कैसे पकड़ते हैं*

🤔🤔🤔😀😀😀