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Friday, 18 September 2015

Facebook ka Dard

Facebook - 'दर्द' सभी इंसानो मे है मगर ..
कोई दिखाता है तो, कोई छुपाता है.
'हमसफर' सभी है मगर ..
कोई साथ देता है तो, कोई छोड देता है.
'प्यार' सभी करते है मगर ..
कोई दिल से करता है तो,
कोई दिमाग सें करता है.
'दोस्ती' सभी करते है मगर ..
कुछ लोग निभाते है,
कुछ लोग आजमाते है..
'रिश्ता' कई लोगों से होता है मगर ..
कोई प्यार से निभाता है तो,
कोई नफरत से निभाता है.
'अहसास' सबको होता है मगर ..
कोई महसूस करता है तो,
कोई समझ नही पाता.
'जिंदगी' सभी जीते है मगर …
कोई सबकुछ आने के बाद भी दुखी रहते है, तो,
कोई लुटाके खुश रहते है ..

Sunday, 16 August 2015

मनुष्य कितना मूर्ख है |

मनुष्य कितना मूर्ख है |
प्रार्थना करते समय समझता है कि भगवान सब  सुन रहा है,
पर निंदा करते हुए ये भूल जाता है।
पुण्य करते समय यह समझता है कि भगवान देख रहा है,
पर पाप करते समय ये भूल जाता है।
दान करते हुए यह समझता है कि भगवान सब में बसता है,
पर चोरी करते हुए ये भूल जाता है।
प्रेम करते हुए यह समझता है कि पूरी दुनिया भगवान ने बनाई है,
पर नफरत करते हुए ये भूल जाता है।
..और हम कहते हैं कि मनुष्य सबसे बुद्धिमान प्राणी है।😇
क़दर किरदार की होती है,
वरना...
कद में तो साया भी
इंसान से बड़ा होता है......
 
मंदिर भी क्या गज़ब की जगह है...
गरीब बाहर भीख मांगते हैं और अमीर अन्दर....

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Thursday, 6 August 2015

जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना;

जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना;
तारों का काम है बस चमकते रहना;
दिल का काम है अपनों की याद में धड़कते रहना;
वैसे हमारा है काम अपनों की सलामती की दुआ करते रहना।
शुभ रात्रि!

क्या खुब लिखा है गुलजार जी ने ...

क्या खुब लिखा है गुलजार जी ने ...
पानी से तस्वीर
            कहा बनती है,
ख्वाबों से तकदीर
            कहा बनती है,
किसी भी रिश्ते को
            सच्चे दिल से निभाओ,
ये जिंदगी फिर
            वापस कहा मिलती है
कौन किस से
            चाहकर दूर होता है,
हर कोई अपने
            हालातों से मजबूर होता है,
हम तो बस
            इतना जानते हैं...
हर रिश्ता "मोती" और
            हर दोस्त "कोहिनूर" होता है।

Saturday, 1 August 2015

ये दौलत भी ले लो, ये शौहरत भी ले लो.....

😊 जगजीत सिंह गा रहे थे→
ये दौलत भी ले लो,
ये शौहरत भी ले लो......
संता उठा→मैं तो बहुत
परेशान हूँ, मेरी तो औरत
भी ले लो.
😃😜😂😀

Wednesday, 29 July 2015

कुछ भी न बचा कहने को हर बात हो गयी,

कुछ भी न बचा कहने को हर बात हो गयी,,

आओ कही बैठ कर शराब पीये रात हो गयी,

हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,

हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..!!
मत पूछो उसके प्यार करने का अन्दाज कैसा था,
उसने इतनी सिद्दत से सीनेे से लगाया कि,
सांस भी रुक गयी और जान भी ना गयी...!!
दुखती रग पर ऊँगली रखकर पूछ रही हो कैसे हो,
तुमसे ये उम्मीद नहीं थी, दुनिया चाहे जैसी हो..!!
मैं सहम जाता हूँ किसी भी पायल की आवाज सुनकर,
वो याद आता है, जिस बेवफा ने पैरों से मेरा दिल रोंदा था..!!
सफ़ेद लिबास उसे बहूत पसंद था, साहेब...
पर जब आज मै कफन मे लिपटा हूँ तो वो रोता क्यूँ है..!!
अब की बार एक अजीब सी ख्वाहिश जगी है..
कोई मुझे टूट कर चाहे और मै बेवफा निकलू…!!
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..!!
मोहब्बत के बाद मोहब्बत मुमकिन तो है,
पर टूट कर चाहना सिर्फ एक बार होता है...!!
अब भी रोज तुम्हारे स्टेट्स पर एक नजर मार लेता हूं,
ये सोच कर के शायद तुमने मेरे बारे में भी कुछ लिखा होगा..!!

जीतने कि आदत बचपन से थी , इसलिए जीतते ही रहे थे,

जीतने कि आदत बचपन से थी , इसलिए जीतते ही रहे थे,
बस हार गये एक रोज दो ही कतरो से, जो तेरी ऑखो से बहे थे..!!
सुबह उसकी ऑखे बता रही थी, वो सो नहीं पाया,
शायद उसके दिल और आँखों में मैं रात भर जला...!!
बड़ा पथरीला है रास्ता- ए- मोहब्बत,
सुनो मैं बिखर जाता हूँ, तुम मेरे दिल पर पैर रख कर निकल जाना...!!
समंन्दर से भी ज़्यादा थी, सारी आँखों से बह गई,
मेरी पहली मोहब्बत ही अधूरी रह गई....
कुछ कतरे ही मिल जाएं, मुझे इस समुंदर की प्यास नहीं,
मैं खुद को ढूंढ रहा हूँ, मुझे "ख़ुदा" कि अब तलाश नहीं...!!
किस जुर्म मे छीन गयी मुझसे मेरी हँसी,
मैने तो किसी का दिल दुखाया भी ना था...!!
कुछ तेरे दर पर कटी और कुछ महखाने में कटी,
चार दिन कि जिन्दगी लाया था, दो तेरी याद में कटी और दो तुझे भूल जाने में कटी...!!
रोने से अगर वो मिल जाये तो,
भगवान की कसम इस धरती पे सावन की बरसात लगा दूँ..!!
उमीदों का सफर करता हूँ इसी सहारे पर,
के वो भी खड़ा होगा मेरे इंतज़ार में दूसरे किनारे पर...!!
कहते है कि मोहब्बत मे लोग कभी कभी दगा करते है,
मगर मेरे "खुदा" मुझे एक तो मिलें, जो ता- उमर वफा करते है...!!
जब भी कोइ दोस्त पूछता है हमसें भाभी कैसी है,
दिल की धड़कनें रुक जाती है और जूबान पे एक ही सवाल आता है,
कौन सी..😝😝😝😝😝
ना किया कर अपने दर्द- ए- दिल को शायरी में बयां,
लोग और टूट जाते हैं, हर लफ़्ज को अपनी दांस्तान समझकर...!!
तेरी गलियों में आना तो दूर, तुझे भूल से भी याद ना करेंगे,
बस एक बार तू कह दे कि, मैं किसी और की अमानत हूं..!!
वो पूछती थी अक्सर मैं समझा नहीं,
हम किसी और के हो जाए तो क्या करोगे...??
किसी के साथ प्यार से मजाक जरूर करना..
मगर कभी किसी से मजाक से प्यार न करना...!!
ये बड़ा बेदर्द कातिल है, रूह तक को मार देता है,
मोहब्बत नाम है जिसका, जिन्दा लाश बना देना काम है इसका..!!
खूबसूरती से धोख़ा न खाइये जनाब..
तलवार कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो, मांगती तो खून ही है..!!
तुझे क्या देखा, खुद को ही भूल गए हम इस क़दर,
कि अपने ही घर आये तो औरों से पता पूछकर..!!

दिया मिट्टी का है या सोने का, यह महत्वपूर्ण नहीं है

दिया मिट्टी का है
          या सोने का,
               यह महत्वपूर्ण नहीं है
बल्कि वो अंधेरे में
        प्रकाश कितना देता है
                     यह महत्वपूर्ण है
उसी तरह मित्र
        गरीब है या अमीर है,
               यह महत्वपूर्ण नहीं है
बल्कि वो तुम्हारी
      मुसीबत मे तुम्हारा
            कितना साथ देता है
                     यह महत्वपूर्ण है
🍀🍃🍀🍃🍀🍃🍀🍃🍀
शुभ दिन

पानी को बर्फ में… बदलने में वक्त लगता हैं..! ढले हुए सूरज को… निकलने में वक्त लगता हैं..!

पानी को बर्फ में…
बदलने में वक्त लगता हैं..!
ढले हुए सूरज को…
निकलने में वक्त लगता हैं..!
थोड़ा धीरज रख…
थोड़ा और जोर लगाता रहे…!
किस्मत के जंग लगे दरवाजे को…
खुलने में वक्त लगता हैं..!
कुछ देर रुकने के बाद…
फिर से चल पड़ना दोस्त..!
हर ठोकर के बाद…
संभलने में वक्त लगता हैं..!
बिखरेगी फिर वही चमक…
तेरे वजूद से.. तू महसूस करना..!
टूटे हुए मन को…
संवरने में थोड़ा वक्त लगता हैं..!
जो तूने कहा..
कर दिखायेगा रख यकीन..!
गरजे जब बादल…
तो बरसने में वक्त लगता हैं..!
खुशी आ रही हैं…
और आएगी ही..! इन्तजार कर..!
जिद्दी दुख-दर्द को टलने में…
थोड़ा तो वक्त लगता है

शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता है,

शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता है,

जंगल में कभी चुनाव नही होते।

आधुनिक भारत के भगवान चले गए। इस देश के असली स्वाभिमान चले गए।।

आधुनिक भारत के भगवान चले गए।
इस देश के असली स्वाभिमान चले गए।।
धर्म को अकेला छोड़ विज्ञान चले गए।
एक साथ गीता और कुरान चले गए।।
मानवता के एकल प्रतिष्ठान चले गए।
धर्मनिरपेक्षता के मूल संविधान चले गए।।
इस सदी के श्रेष्ठ ऋषि महान चले गए।
कलयुग के इकलौते इंसान चले गए।।
ज्ञान राशि के अमित निधान चले गए।।
सबके प्यारे अब्दुल कलाम चले गए।।

Friday, 17 July 2015

पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है

Nice Lines:

पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है;
             लेकिन
इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता......


कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....
पर रोटी की साईज़ लगभग  सब घर में एक जैसी ही होती है।

शानदार बात

इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...
                   
‬ 'कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की...
महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में !!..

ज़माना जब भी मुझे मुश्किल मे डाल देता है. मेरा ख़ुदा हज़ार रास्ते निकाल देता है....

ज़माना जब भी मुझे मुश्किल मे डाल देता है.

मेरा ख़ुदा हज़ार रास्ते निकाल देता है....


जमाना आज भी उसकी मिसाल देता है

नेकिया कर के जो दरिया में डाल देता है

अपनी भूख का इलज़ाम उस खुदा को ना दे


वो माँ के पेट में भी बच्चे को पाल देता है......

लड़की को प्रपोज करने काअनोखा तरीका.....

लड़की को प्रपोज करने काअनोखा तरीका.....


लड़का: चलती है क्या 9 से 12 ?...


लड़की: चल !...लड़का: कहां?...


लड़की: प्रिंसिपल के पास !...


लड़का: लो अब हम मजाक भी...नहीं कर सकते ?..


लड़की: छुट्टी मांगने बेवकूफ.

Wednesday, 15 July 2015

मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो दोस्तो..!!

मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो दोस्तो..!!






रास्ते हमेशा पेरो के नीचे होते हे..!!

मैं थोड़ी देर तक बैठा रहा उसकी आँखों के मैखाने में;

मैं थोड़ी देर तक बैठा रहा उसकी आँखों के मैखाने में;






दुनिया मुझे आज तक नशे का आदि समझती है…

नहीं मिला कोई तुम जैसा आज तक,

नहीं मिला कोई तुम जैसा आज तक,




पर ये सितम अलग है की









मिले तुम भी नही..!!

उसने कहा की, ख़्वाब में आने का वक़्त दो..

उसने कहा की, ख़्वाब में आने का वक़्त दो..




मैंने कहा की, नींद का मौसम गुज़र गया.

सुना है आग लग गयी है

सुना है आग लग गयी है




बेवफाओ की बस्ती में...!




︴︴︴︴︴︴︴︴︴




या ................... खुदा !




मेरे मेहबूब की खैर रखना