Thursday, 6 August 2015

जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना;

जैसे चाँद का काम है रात में रौशनी देना;
तारों का काम है बस चमकते रहना;
दिल का काम है अपनों की याद में धड़कते रहना;
वैसे हमारा है काम अपनों की सलामती की दुआ करते रहना।
शुभ रात्रि!

No comments:

Post a Comment