Sunday, 22 May 2016

Ramayan in Kanpuriya style

एक कनपुरिया छात्र 👦 से गुरु जी 👳 ने पूछा
रामायण का सारांश बताओ।

विद्यार्थी ने बहुत सीधा, सरल और संक्षिप्त विवरण दिया...

एक रहें राम बहुतै काबिल,

बाप की मान लीं और मेहरिया लेय के चल दिए जंगल। 🌲🌴🌳

उनके भाई लक्ष्मण अउर भी बड़े वाले होनहार, वहू साथ हुई गे। 😛

हुआं जंगल मां सूपनखा आई सेटिंग के लिए, तो गुरु उसकी नाक काट लिहिन। 😳

सूपनखा का भाई रावण एकदम टोपा राक्षस रहा। 👺

ऊ राम का हलके मां लई लिहिस और सीता मैया का लपेट दिहिस।
😱😱

लेकिन रामो बड़े वाले रहें, भेज दीन्ह हनुमान 🙉 का कि जाओ अउर रावण की बैंड बजा आओ। 🎊📢

हनुमान जी तो अउरो बड़े परम थे। 😎

लंका की लफद्दर कर दिहिन। और गुरु ऐसा टैलर दिहिन की रावण का सारा भौकाल घुस गवा। 😛😛

फिर का रहे, रावण बाद में विद फैमिली हौंके गए। 👊👋👊

और विभीषण फ्री में राजा बाबू हुई गए। 😝😝😝

No comments:

Post a Comment