हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..!!
मत पूछो उसके प्यार करने का अन्दाज कैसा था,
उसने इतनी सिद्दत से सीनेे से लगाया कि,
सांस भी रुक गयी और जान भी ना गयी...!!
दुखती रग पर ऊँगली रखकर पूछ रही हो कैसे हो,
तुमसे ये उम्मीद नहीं थी, दुनिया चाहे जैसी हो..!!
मैं सहम जाता हूँ किसी भी पायल की आवाज सुनकर,
वो याद आता है, जिस बेवफा ने पैरों से मेरा दिल रोंदा था..!!
सफ़ेद लिबास उसे बहूत पसंद था, साहेब...
पर जब आज मै कफन मे लिपटा हूँ तो वो रोता क्यूँ है..!!
अब की बार एक अजीब सी ख्वाहिश जगी है..
कोई मुझे टूट कर चाहे और मै बेवफा निकलू…!!
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..!!
मोहब्बत के बाद मोहब्बत मुमकिन तो है,
पर टूट कर चाहना सिर्फ एक बार होता है...!!
अब भी रोज तुम्हारे स्टेट्स पर एक नजर मार लेता हूं,
ये सोच कर के शायद तुमने मेरे बारे में भी कुछ लिखा होगा..!!
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..!!
मत पूछो उसके प्यार करने का अन्दाज कैसा था,
उसने इतनी सिद्दत से सीनेे से लगाया कि,
सांस भी रुक गयी और जान भी ना गयी...!!
दुखती रग पर ऊँगली रखकर पूछ रही हो कैसे हो,
तुमसे ये उम्मीद नहीं थी, दुनिया चाहे जैसी हो..!!
मैं सहम जाता हूँ किसी भी पायल की आवाज सुनकर,
वो याद आता है, जिस बेवफा ने पैरों से मेरा दिल रोंदा था..!!
सफ़ेद लिबास उसे बहूत पसंद था, साहेब...
पर जब आज मै कफन मे लिपटा हूँ तो वो रोता क्यूँ है..!!
अब की बार एक अजीब सी ख्वाहिश जगी है..
कोई मुझे टूट कर चाहे और मै बेवफा निकलू…!!
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..!!
मोहब्बत के बाद मोहब्बत मुमकिन तो है,
पर टूट कर चाहना सिर्फ एक बार होता है...!!
अब भी रोज तुम्हारे स्टेट्स पर एक नजर मार लेता हूं,
ये सोच कर के शायद तुमने मेरे बारे में भी कुछ लिखा होगा..!!
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