Tuesday 16 January 2018

Lalu in Jail update

एक बार एक प्रदेश के C.M और विपक्ष के नेता साथ साथ दौरे पर निकले ।
सबसे पहले एक जेल पड़ी,
उसका मुआयना किया और जेलर से पूछा कितनी ग्रांट चाहिए ?
जेलर- कुछ विशेष नहीं सर, सब ठीक चल रहा है ।
C.M- फिर भी । 
जेलर - अगर आप देना ही चाहते हैं, तो 5 lakh रुपये दे दीजिए ।
P.A ने नोट किया । 

दोनों लोग आगे बढ़े तो एक स्कूल पड़ा,
वहाँ जा कर प्रिन्सिपल से भी वही बात पूछी । 
प्रिन्सिपल लगे रोने और कहा कि सर ना तो स्टाफ़ है और ना ही संसाधन ।
विद्यालय भवन भी जर्जर है,
ना फ़र्नीचर और ना ही लैब में सामान है । 
C.M ने डाँटा, ठीक है, रो मत
बताओ कितनी ग्रांट चाहिए ?
प्रिन्सिपल - कम से कम 50 lakh

P.A ने नोट किया ।
दोनो नेता राजधानी वापस आ गये ।

अगले दिन C.M ने जेल को 50 lakh और स्कूल को 5 lakh जारी कर दिया ।
इस पर विपक्ष के नेता ने नाराज़ होते हुए कहा कि आपने तो उलटा कर दिया । 
तब C.M ने कहा कि अगर तुम्हारे पास इतनी ही अक़्ल होती तो आज तुम मेरी कुर्सी पर होते । 

विपक्ष के नेता - मतलब ? 

C.M - अरे यार स्कूल ना हमको जाना है ना तुमको जाना है ,
पर जेल हमको भी जाना है और जेल तुमको भी जाना है । 
इसलिये वहां सारी सुविधायें होना जरूरी है ।।

*लालू जी को समर्पित*

*रांची जेल का उद्घाटन लालू ही किये थे*

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