Sunday, 24 September 2017

Khas khabar

#खबर : - दिल्ली जामा मस्जिद का इमाम  बुखारी ने रोहिंग्या आतंकियों के पक्ष मे और म्यांमार के बौद्धों के खिलाफ मुस्लिम देशों के नाम एक खत लिखा है । 
................ इस खत मे उसने 57 मुस्लिम देशों को एकजुट होकर बौद्धों को सबक सिखाने की बात कर रहा है । .... जी हाँ 57 ।
..... अब आप सोंच रहे होंगे कि मुस्लिम देशों की संख्या तो 56 हैं तो ये 57वाँ देश कहाँ से आ गया ?? 
............................ नहीं समझे ??? कैसे समझोगे ?? अभी तो आप भाईचारा भाईचारा खेलने मे वयस्त हैं । 
** आपकी निष्क्रियता का हीं नतीजा है कि ये जेहादी लोग अब सरेआम भारत को इस्लामिक देश बोलने लगे हैं । पिछली जेहादी परस्त सरकार ने इन जेहादियों के हौंसले इतने बुलंद कर दिए हैं कि ये भारत को भी अघोषित इस्लामिक देश मानने लगे हैं । 
................... और तभी तो इमाम बुखारी कभी सऊदी को खत लिखता है , कभी , यूएन को , तो कभी आतंकवादियों को ।
.............................. आज भारतीय मुसलमान रोहिंग्या मुसलमानों को काश्मीर मे शरण देने की पैरवी कर रहे हैं ,, उस काश्मीर मे जहाँ किसी अन्य भारतीय को भी बसने की इजाजत नहीं है । 
.......................... रोहिंग्या जेहादियों को शरण देने के पैरवीकार देश के गद्दार ये मुस्लिम लोग सीधे तौर पर ये संदेश नहीं दे रहे कि देश की सुरक्षा इनके लिए कोई मायने नहीं रखती ?? इनके लिए अपने मजहब के आतंकियों के लिए आवाज उठाना पहले आता है ?? 
...................... जरा सोंचिए ,, कि जिन रोहिंग्याओं ने अहिंसा को मूलमंत्र समझने वाले शांतिप्रिय बौद्धों को हथियार उठाने पर विवश कर दिया ..... वो हम असहिष्णु हो चुके हिन्दुओं के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रह सकते हैं ??? ............ समझ जाईए इस खेल को ! मीडिया के कैमरे उनके बूढ़े , बच्चे , औरतों के आँसू दिखाकर सहानुभूति जुटाने की कोशिश कर रहे हैं । रोहिंग्याओं के बारे मे कहीं पढ़ लीजिए फिर समझ आएगा कि वो क्या हैं ?? वो भारत मे शरण लेने को नहीं बल्कि गजवा ए हिन्द के सिपाही बनकर आए हैं ,,,,, जिसकी पुष्टि आतंकी मूसा ने भी कर दी है .....

वन्देमातरम

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