Sunday, 10 July 2016

Mast joke

रंग से गोरी न थी

लेकिन सुन्दर थी

बहुत ऊँची न थी

लेकिन मेरे लिए योग्य थी

प्रेम देने वाली न सही

मेरे कदमो से कदम मिलाती थी

मंदिर - मस्जिद आने से इनकार करती थी

लेकिन बाहर मेरा इंतजार करती थी

कही भी जाओ मेरे लिए रुक जाती थी

वो
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😞😭😞😭.

मेरी चप्पल थी😩😩😩😄

कोई चुरा ले गया हरामखोर 😡😠
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