Wednesday 7 September 2016

Care your parents, respect your parents

पापा पापा मुझे चोट लग गई खून आ रहा है
5 साल के बच्चे के मुँह से सुन ना था
की पापा सब कुछ छोड़ छाड़ कर
गोदी में उठा उठा कर
1 किलो मीटर की दुरी पर क्लिंनिक तक भाग भाग कर ही पहुँच गए
दुकान केस काउंटर सब
नोकर के भरोसे छोड़ आये
सीधा डाक्टर के केबिन में दाखिल होते हए डॉक्टर को बोले
देखिये देखिये डॉक्टर
मेरे बेटे को क्या हो गया
डॉक्टर साहब ने देखते हुए कहा
अरे जैन साहब घबराने की कोई बात
है मामूली चोट हे ड्रेसिंग कर दी है
ठीक हो जायेगा
डॉक्टर साहब कुछ पेन किलर लिख देते दर्द कम होजाता अच्छी से अच्छी दवाईया लिख देते ताकि
जल्दी ठीक हो जाये गांव भर जाये
*डाक्टर* अरे जैन साहब क्यों इतने चिंतित हो रहे हो कुछ नही हुआ है
3-4दिन में ठीक हो जायेगा
पर डॉक्टर साहब इसको रात को नींद तो आजायेगी न
*डॉक्टर* अरे हा भाई हा निश्चिन्त रहो
बच्चे को लेकर लौटे तो नोकर बोला सेड़जी आपका ब्रांडेड महंगा शर्ट
खराब हो गया खून लग गया अब
ये दाग नही निकलेंगे
*जैन साहब* कोई नी
ऐसे शर्ट बहुत आएंगे जायेंगे मेरे बेटे का खून बह गया वो चिंता खाये जा रही है कमजोर नही हो जाये तू जा एक काम थोड़े सूखे मेवे फ्रूट ले आओ खिलाना पड़ेगा और
दुकान तुम मंगल कर लेना में चलता हु घर पर
*40 साल बाद*
दुकान शोरूम में तब्दील हो गई है
जैन साहब का बेटा बिजनेश बखूबी संभाल रहा है जैन साहब रिटायर्ड हो चुके हे घर पर ही रहते है
तभी घर से बेटे की पत्नी का फोन आता है
*पत्नी*📞अजी सुनते हो ये आपके पिताजी पलंग से घिर गए हे
सर पर से खून आ रहा है
*लड़का*📱 अरे यार ये पिताजी भी न
इनको बोला जमीन सो जाओ सोते नही पलंग पर ही सोते है अरे रामु काका जाओ तो घर पर पिताजी को
डॉक्टर अंकल के पास ले कर आओ
में मिलता हूँ वही
बूढ़े हो चुके रामु काका चल कर धीरे धीरे घर जाते है
तब तक सेड़जी का काफी खून बह चूका था
बहु मुँह चढ़ा कर बोली
ले जाओ जल्दी पूरा महंगा कालीन खराब हो गया है
रामु काका जेसे तेज़ सायकल रिक्सा में सेड़जी को डाल कर
क्लीनिक ले गए
बेटा अब तक नही पंहुचा था
रामु काका फोन किये तो बोला
अरे यार वो कार का चाबी नही मिल रहा था अभी मिला है
थोड़े कस्टमर भी हे आप बेठो लेकर में आता हूँ
जो दुरी 40 साल पहले एक बाप ने
बेटे के सर पर खून देखकर 10 मिनट में बेटे को गोदी में उठा कर भाग कर तय कर ली थी
बेटा 1घन्टा 10 मिनट में कार से भी तय नही कर पाया था
डाक्टर ने जेसे ही जैन साहब को देखा
उनको अंदर ले गए इलाज चालू किया
तब तक बेटा पहुँच गया
डॉक्टर अंकल बोले
बेटे खून बहुत बह गया है
एडमिट कर देते ठीक रहता
*बेटा* अरे कुछ नही डाक्टर साहब
आप ड्रेसिंग कर दो ठीक हो जायेगा
2-4दिन मे
डाक्टर अंकल बोले ठीक हे कुछ दवाईया लिख देता थोड़ी महंगी हे लेकिन आराम जल्दी हो जायेगा
*लड़का* अरे डा अंकल चलेगा 4-5दिन ज्यादा लगेंगे तो अब इतनी महंगी दवाइयो की क्या जरूरत चलो मुझे निकलना पड़ेगा शोरूम पर कोई नही है
ये सुनते ही डॉक्टर अंकल के सब्र का बांध टूट गया
और 40 साल पहले की घटना पूरी सुनाई
बेटे के आँख में अविरल अश्रु धारा बह रही थी
तभी बहु का फोन आया
वो महंगा कालीन खराब हो गया है
क्या करु
बेटा बोला कालीन ही खराब हुआ हे न
नया आजायेगा
तुम पलंग पर नया चद्दर और गादी डालो में पिताजी को ले कर आ रहा हूँ
जैन साहब के आँखों में आँसू थे
और ये ख़ुशी के थे
चोट का दर्द गायब था बेटे
के अपने पन ने सब भुला दिया
बस अब तो म्रत्यु भी आ जाये तो
स्वीकार है
मित्रो ये आज की हकीकत है
आज हमारे अंदर का इंसान मर चूका है माँ बाप एकाकी जीवन जी
रहे है और बेटा सफलता और दौलत
की चकाचोंध मै खो कर सब कुछ भूल चूका है

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