Monday, 22 August 2016

Tid for tad

एक बिजनेसमैन सुबह जल्दी में अपने घर से बाहर आकर अपनी कार का दरवाजा खोलता है। तभी पास बैठे एक आवारा कुत्ते पर उसका पैर पड़ जाता है, कुत्ता उसपर झपटता है और उसके पैर में दाँत गड़ा देता है।

गुस्से में वो 10-12 पत्थर उठाकर कुत्ते को मारता है लेकिन एक पत्थर भी कुत्ते को नहीं लगता और कुत्ता भाग जाता है।😜

अपने ऑफिस में पहुँचकर वो ऑफिस के सभी पदाधिकारियों की मीटिंग बुलाता है और कुत्ते का गुस्सा उनपर उतारता है।😁

अपने बॉस का जबरन का गुस्सा झेलकर अधिकारी भी परेशान हो जाते हैं।😔

सारे अधिकारी अपना गुस्सा अपने से नीचे स्तर के कर्मचारियों पर उतारते हैं और इस प्रकार गुस्से का ये दमनचक्र सबसे निचले स्तर के कर्मचारी ऑफिस बॉय और चपरासी तक पहुँचता है।😙😣

अब चपरासी के नीचे तो कोई नहीं। इसलिए अपना गुस्सा वो दारू पर उतरता है और घर जाता है।🍻

बीवी दरवाजा खोलती है और शिकायती लहजे में बोलती है---" इतनी देर से आए ?? "🙆
चपरासी, बीवी को एक झापड़ लगा देता है 👋 और बोलता है---" मैं ऑफिस में कंचे खेल रहा था क्या ???😱 काम था मुझे ऑफिस में, अब भेजा मत खा और खाना लगा। "😁

अब बीवी भुनभुनाती है कि, बिना कारण चाँटा खाया।😩

वो अपना गुस्सा बच्चे पर उतारती है और उसकी पिटाई कर देती है।🙇

अब बच्चा क्या करे ??
वो गुस्से में घर से बाहर चला जाता है।🚶🚶🏃😭
और.......

और........

और.........

बच्चा, एक पत्थर उठाता है और सामने से गुजरते एक कुत्ते को मारता है, पत्थर लगते ही कुत्ता बिलबिलाता, काऊँ काऊँ करता भागता है।
मित्रों, ये सुबह वाला ही कुत्ता था !!!😃😃😃😃
उसे पत्थर लगना ही था, सिर्फ बिजनेसमैन वाला नहीं लगा, बच्चे वाला लगा। उसका सर्कल कम्पलीट हुआ।
इसलिए आप कभी भी चिंता ना करें।
अगर किसी ने आपको परेशान किया है तो, उसे पत्थर लगेगा........अवश्य लगेगा......बराबर लगेगा।।
इस कारण आप निश्चिन्त रहो।
आपका बुरा करने वाले का,
बुरा अवश्य ही होगा।
ये सृष्टि का नियम है...

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