एक बार एक चीते और गधे में बहस हो गई।
चीता बोला आसमान का रंग नीला और गधा बोला काला।
दोनों राजा शेर के दरबार में पहुँचे। शेर ने बहस सुन कर चीते को जेल में डालने का हुक्म दिया।
चीता गिड़गिड़ाया कि मैं सही हूँ और मुझे ही सज़ा क्यों मिल रही है?
Now the verdict is classic and involves a lot of learning.
शेर बोला कि मैं जानता हूँ कि तुम सही हो पर तुम्हें सज़ा इसलिए मिल रही है कि
तुमने गधे से बहस ही क्यों की!!!! वो तो गधा है कुछ भी बोल सकता है
😳😳😳😳😳😳
कभी मोदीजी को देखा है केजरीवाल से बहस करते हुए
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