Saturday, 30 July 2016

Jai Hind

हम हिंदू है ये बात उसे बस
एक ही जगह नजर आयी

काँवण यात्रा मे सब भोले के
ही होते है अनुयायी

ना कोई जाट
ना कोई गुज्जर
ना कोई वाल्मीकि
ना कोई हरीजन
ना कोई पंजाबी
ना कोई बनिया

सब के सब भोले भाई

भंडारे में सब्ज़ी तूने बनाई
नीचे बैठकर मैने भी खाई

ना तूने जात पूूछी
ना मैने बताई

क्योंकि
तू भी भोला भाई
मै भी भोला भाई

मेरे चोट लगी
उसने निशुल्क दवाई लगाई

10 - 10 जगह मेरी
कुशलता पुछवाई

क्योंकि
वो भी भोला भाई
मै भी भोला भाई

किसने किसकी सेवा की
किसने किसके लिए
अरदास लगाई

ना किसी पूछी
ना किसी ने बताई

प्रशासन को भी हिंदू की
एकता
बस इसमें ही दी है दिखाई

क्योंकि
हम सब है
भोले भाई....
भोले भाई....
और सिर्फ
भोले भाई

फिर किसने ये जात बनाई
ना तूने
ना मैने

फिर
इस यात्रा के बाद
ये जाट है
ये गुर्जर है
ये हरीजन
ये वाल्मीकि
ये ब्राह्मण
ये बनिये
कहाँ से आ गये भाई

तू जूते गाँठता है
मै मंत्र पढ लेता हूँ
तू दुकान चलाता है
मै खेती कर लेता हूँ

इसमे जात कहाँ है
भाई
ये तो काम है
तुझे भी करना है
मुझे भी करना है

फिर दोनो की पीर
कैसे हुईं परायी

मेरे दुख मे सिर्फ मेरी आँख
ही क्यूं डबडबाई

काश
तेरे कानो को भी दे जाती
मेरी चीख सुनाई

तो वो मेरी बहन
मेरी बेटी
आज
मेरे ही घर होती

जिसने मजबूर होकर
रोटियाँ रो रो कर
किसी और के घर बनाई

दोस्तों भोलेनाथ के इस
संदेश को समझ के तो
देखो

अपनी ताकत को एक सूत्र मे
पिरोकर तो देखो

भगवा रंग मे खुद को रंग के
तो देखो

सम्पूर्ण भारत का पुन निर्माण
हो जाएगा
अखंड भारत
फिर से जिवित हो जाएगा.!!

🚩🚩..जय श्री राम..🚩🚩

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