Wednesday, 27 May 2015

* Medical ग़ज़ल **☆♡

* Medical ग़ज़ल **☆♡

¤ िदल बहला के मोहब्बत को ना धमाल करें।
सीरप को अच्छी तरह से हिला के इस्तेमाल करें॥

¤ िदल मेरा टूट गया उठी जब उसकी डोली।
सुबह दोपहर शाम बस एक एक गोली॥

¤ लौट आओ िक मोहब्बत का सुरूर चखें।
तमाम दवायें बच्चों की पहुँच से दूर रखें॥

¤ िदल मेरा इश्क करने पे रज़ामंद रहेगा।
इतवार के दिन अस्पताल बन्द रहेगा॥.....

No comments:

Post a Comment