Wednesday, 27 May 2015

जब रेशमा की जवानी आई,तब हम बच्चे थे .

जब रेशमा की जवानी आई,
तब हम बच्चे थे .
.
अब शीला की जवानी आई,
तो हम बच्चे वाले हैं,
.
उफ़ . ये लड़कियां सही वक्त पर जवान क्यूँ
नहीं होतीं ??? 😀
वकील ने पारो से पूछा - "
हाँ तो पारो जी, जब आपका बलात्कार
हुआ तब आपने क्या महसूस किया?"
पारो -" अब क्या बताऊं वकील
साहब, लड्डू चाहे ज़बरदस्ती ही क्यों
न खिलाया जाए, लगता तो मीठा
ही है!"

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